बदायूं
उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक दिलदहला देने वाली घटना घटी है. बदायूं में मंगलवार शाम को दो मासूमों की हत्या कर दी गई. मंडी चौकी से चंद कदमों की दूरी पर इस वारदात को अंजाम दिया गया. इस मामले में एक आरोपी साजिद को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है. बच्चों की हत्या की घटना के बाद मौके पर तनाव व्याप्त हो गया और भीड़ ने बदायूं शहर में जमकर हंगामा और आगजनी की.
दो भाइयों की निर्मम हत्या
बता दें कि यह घटना सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की बाबा कॉलोनी की है. मंडी पुलिस चौकी से चंद कदमों दूर ही वारदात को अंजाम दिया गया. बच्चों की दादी ने बताया कि देर शाम नाई की दुकान चलाने वाले साजिद ने घर में घुसकर तीन बच्चों आयुष, युवराज और आहान उर्फ हनी पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. जिसमें आयुष (12) और आहान (6) की मौत हो गई है, जबकि युवराज का जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसे इलाज के बाद घर भेज दिया गया.
बच्चों की मां ने क्या बताया?
बच्चों की मां संगीता ने बताया, "मैं अपने घर में ही कॉस्मेटिक की दुकान चलाती हूं और उसके ऊपर मेरी पॉर्लर की दुकान है. साजिद शाम को घर आया और उसने उनसे पहले क्लेचर मांगा जो कि उसने दे दिया फिर उसने कुछ देर बाद 5000 रुपये की मदद मांगी. मैंने अपने पति से बात करके उनको 5000 रुपये दे दिए. उसके बाद उसने कहा कि उसकी तबीयत थोड़ी सही नहीं लग रही है और ऐसा कहते हुए वो घर में ऊपर चला गया. छत पर दोनों बच्चे आयुष और युवराज थे. बच्चों की दादी ने बताया कि साजिद ने पानी के लिए हनी को आवाज लगाई थी. हनी पानी लेकर ऊपर गया था और कुछ देर बाद चीखने की आवाजें आने लगी और साजिद हाथ में बड़ा सा चाकू लेकर, खून में लटपथ नीचे की तरफ आ रहा था."
बच्चों पर कुल्हाड़ी से हमला किया: दादी
बच्चों की दादी ने बताया कि देर शाम नाई की दुकान चलाने वाले एक शख्स ने घर में घुसकर तीन बच्चों आयुष, युवराज और आहान उर्फ हनी पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. जिसमें आयुष (12) और आहान (6) की मौत हो गई है, जबकि युवराज का जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसे इलाज के बाद घर भेज दिया गया.
वहीं इस घटना से गुस्साए परिजनों और गांव वालों ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने आरोपी साजिद की दुकान में भी आग लगा दी और बाइक में तोड़फोड़ भी की. एसएसपी समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और भीड़ को संभाला.
बरेली जोन के आईजी ने क्या जानकारी दी?
बरेली जोन के आईजी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि दो बच्चों की जो नृशंस हत्या हुई है उसमें खून से लथपथ आरोपी साजिद उर्फ जावेद पुत्र बाबू मौके से भाग गया. हमारी टीम को जब पता चला और उसका पीछा किया तो वह शेखूपुर के जंगल में दिखाई दिया. वहां हमारी एसओजी और थाना पुलिस पीछा करती हुई पहुंची तो उसने पुलिस पर फायर किया जवाबी फायर में वह घायल हो गया और उसकी मृत्यु हो गई है.
इस घटना का इकलौता आरोपी: आईजी
आईजी के मुताबिक, साजिश इस घटना का इकलौता आरोपी था. खून से लथपथ भाग रहा था तो लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति खून से लथपथ भाग रहा है तो उसका पीछा किया गया. उन्होंने बताया कि घटना के कारणों का पता किया जा रहा है. यह लेनदेन का मामला है अथवा कोई और रंजिश है इसकी गहनता से जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि अभी परिवार दुखी है इसलिए उससे ज्यादा बात नहीं की जा रही है.
एनकाउंटर में थाना प्रभारी को भी लगी गोली
अधिकारी के मुताबिक, आरोपी घर गया और पहले बच्चों की दादी से मिला और उसके बाद उसने दूसरी मंजिल पर जाकर तीनों बच्चों पर हमला कर दिया, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया. वह खतरे से बाहर है. एनकाउंटर में सिविल लाइन थाना प्रभारी गौरव बिश्नोई के पैर में भी गोली लगी है. उनका इलाज भी जिला अस्पताल में चल रहा है.
कौन था एनकाउंटर में मारा गया साजिद
बता दें कि साजिद सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की बाबा कॉलोनी में सैलून चलाता था. साजिद के दो भाई और हैं माजिद और जावेद उनका भी सैलून का ही काम है. बदायूं में मारे गए दोनों बच्चो का पिता विनोद सिंह को भी भी समझ नहीं आ रहा कि आखिर उसके दोनों बेटों की साजिद ने हत्या क्यों कर दी. बच्चों के पिता विनोद ने बताया कि, 'साजिद ही उनके बच्चों के बाल भी काटता था. उन्होंने बताया कि साजिद से उनके परिवार की कोई दुश्मनी नहीं थी. कल साजिद अपनी पत्नी के डिलीवरी में मदद के लिए पांच हजार मांगने आया था, जो उसकी पत्नी ने दिए. लेकिन फिर किसी भी उसने दोनों बच्चों की हत्या क्यों कर दी? ऐसे में साजिद के भाई जावेद का पकड़ा जाना बेहद जरूरी है जिससे पता चल सके कि दोनों बच्चों की हत्या की मुख्य वजह क्या थी कहीं किसी दूसरे के इशारे पर तो यह हत्या नही हुई.'
पुलिस ने दी ये जानकारी
बरेली जोन के आईजी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि दो बच्चों की जो नृशंस हत्या हुई है उसमें खून से लथपथ आरोपी साजिद उर्फ जावेद पुत्र बाबू मौके से भाग गया. हमारी टीम को जब पता चला और उसका पीछा किया तो वह शेखूपुर के जंगल में दिखाई दिया. वहां हमारी एसओजी और थाना पुलिस पीछा करती हुई पहुंची तो उसने पुलिस पर फायर किया जवाबी फायर में वह घायल हो गया और उसकी मृत्यु हो गई है.