नईदिल्ली
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में विपक्षी दलों के नेताओं के जॉइनिंग का सिलसिला 50 दिनों तक चला। जिसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अजय कपूर, बसपा सांसद रितेश पांडेय और सपा के पूर्व विधायक कालीचरण सोनकर, शीशराम सिंह रवि समेत 1000 से ज्यादा नेता भाजपा से जुड़े।
लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुवाई में बीजेपी मिशन 400 (BJP's Mission 400) का सपना देख रही है। इसमें यूपी (UP Politics) की 80 लोकसभा सीटों की बड़ी भूमिका होगी। लिहाजा भाजपा ने खास रणनीति के तहत प्रदेश में जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधने की कोशिश की है।चुनाव से पहले भाजपा ने विपक्षी दलों के 1000 नेताओं को ज्वाइन कराया है। इसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अजय कपूर, बसपा सांसद रितेश पांडेय, सपा के पूर्व विधायक कालीचरण सोनकर और शीशराम सिंह रवि समेत दिग्गज नेता शामिल हैं।
रविवार को भी भाजपा के राज्य मुख्यालय पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कई राजनीतिक दल के प्रमुख नेता और सामाजिक संगठनों से जुड़े नेताओं को सदस्या दिलाई। इसमें समाजवादी पार्टी के एटा से दो बार सांसद रहे और सपा के टिकट पर 2019 में चुनाव लड़ने वाले देवेंद्र यादव, सपा नेता संदीप पाल के साथ ही बसपा के टिकट पर लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ने वाले अनिल पांडेय शामिल रहे।
सपा से 40 से ज्यादा नेता भाजपा में शामिल
लोकसभा चुनाव से पहले सपा के 1 पूर्व सांसद, 8 पूर्व विधायक समेत 40 नेताओं ने भाजपा का दामन थामा। सपा के मिर्जापुर से पूर्व विधायक कालीचरण सोनकर भाजपा में शामिल हुए। दलित समाज से आने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक कालीचरण सोनकर मिर्जापुर छानवे विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे हैं। इन्होंने 2014 में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी।
पूर्व विधायक कमलेश दिवाकर भाजपा में आए
समाजवादी पार्टी के नेता कमलेश दिवाकर ने भी भाजपा का दामन थामा। कमलेश दिवाकर बिल्हौर विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में रसूलाबाद से चुनाव लड़े थे, जहां हार का सामना करना पड़ा था।
सपा की पूर्व विधायक अंबेश कुमारी भाजपा में आईं
सपा की पूर्व विधायक अंबेश कुमारी ने भी भाजपा में शामिल हो गई हैं। पिछले 24 सालों से अंबेश कुमारी समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ी थीं, लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही उन्होंने भाजपा का दामन थामा। वहीं, सपा के पूर्व विधायक भोलू राम सोनकर को भी भाजपा ने अपने साथ कर लिया है। गाजीपुर सीट से विधायक रहे भोलू राम सोनकर की उनके जाति में काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है। वहीं, सपा के पूर्व विधायक राम प्रकाश कुशवाहा ने भी पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
बसपा के मौजूदा सांसद से लेकर पूर्व विधायक ने भी थामा भाजपा का दामन
मिशन-80 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा की विपक्षी दलों में बीते 50 दिनों में लगातार सेंधमारी हुई। बसपा के अंबेडकरनगर से मौजूदा सांसद रितेश पांडे के साथ ही पूर्व सांसद नरेंद्र सिंह कुशवाहा और पूर्व विधायक ने भी अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा का दामन थाम लिया है।
बसपा के जिताऊ कैंडिडेट भाजपा में आए
बसपा का दामन छोड़ भाजपा में शामिल होने वाले में सबसे बड़ा नाम अंबेडकरनगर से मौजूदा सांसद रहे रितेश पांडे का है। रितेश पांडे ने 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी मुकुट बिहारी वर्मा को हराकर इस सीट पर विजय हासिल की थी। भाजपा ने रितेश पांडे को अंबेडकरनगर सीट से इन्हें प्रत्याशी भी बनाया।
सपा के इन नेताओं ने थामा भाजपा का दामन
- मिर्जापुर से बसपा के पूर्व सांसद नरेंद्र सिंह कुशवाहा
- बांदा से बसपा के पूर्व विधायक एवं राज्य मंत्री अक्षय लाल निषाद
- महोबा से बसपा के पूर्व विधायक एवं राज्य मंत्री सिद्ध गोपाल साहू
- आजमगढ़ से बसपा के के पूर्व विधायक दो हाफिज इरशाद
- रायबरेली से बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी अंजली मोर्य
- आगरा से बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शैलेंद्र सिंह
- लखनऊ से बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी आशीष कुमार सिंह
- लखनऊ से बसपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी जगदत्व कोरी
- लखनऊ से बसपा के पूर्व जिला अध्यक्ष मादिन गौतम
- बसपा के पूर्व पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी दानिश कमाल
- गौतम बुद्ध नगर से बसपा के पूर्व एमएलसी अनिल कुमार अवाना
- झांसी से बसपा के पूर्व जिला अध्यक्ष आरके अहिरवार
- अमरोहा से बसपा के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल
- गौरा बरहज से बसपा की नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता जायसवाल
- सहारनपुर से बसपा की पंचायत अध्यक्ष रूमाना खान