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नियमित व्याख्याता संघ ने शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर मांगो से अवगत करा सौंपा ज्ञापन

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रायपुर

नियमित व्याख्याता संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा दिलीप झा के नेतृत्व में  नियमित व्याख्याता संघ के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हे अपनी दो प्रमुख मांगो से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा और शीघ्र निराकरण की मांग की।

नियमित व्याख्याता संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा दिलीप झा ने बताया कि संघ की प्रमुख मांग प्राचार्य पदोन्नति है,प्रदेश में व्याख्याताओं की पदोन्नति 2014 से नहीं हुई है,विभागीय देरी का खामियाजा वरिष्ठ व्याख्याताओं को हो रहा है क्योंकि वे बिना पदोन्नति प्राप्त किए रिटायर हो रहे हैं,संघ ने शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात कर उन्हे अवगत कराया की सभी व्याख्याताओं की 5 वर्ष की सी आर एवं संपत्ति की जानकारी जिला शिक्षा कार्यालयों से डी पी आई को पहले ही प्रेषित की जा चुकी है,परंतु कुछ जिले में पुन: 5 वर्ष का सी आर मांगा जा रहा है,जो की आवश्यक नहीं है और इससे पदोन्नति कार्य में अनावश्यक विलंब हो रहा है,जिसके कारण पदोन्नति 4564 पदों में से 3262 से भी ज्यादा प्राचार्य पद रिक्त है, जिनमें सभी रिक्त पदों पर पदोन्नति होने वर्ष 2018 तक के व्याख्याताओं की पदोन्नति हो सकेगी।

दूसरी मांग,हिंदी माध्यम आत्मानंद शालाओं के संबध में है ,पूर्व में शासकीय हिंदी माध्यम स्कूलों को आत्मानंद में परिवर्तित कर उनके शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर कर दिया गया,जबकि यह योजना केवल अंग्रेजी माध्यम के लिए थी ,जिसमे हिंदी माध्यम को बिना प्रभावित किए अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने थे,परंतु हिंदी माध्यम शालाओं को भी आत्मानंद योजना में शामिल कर दिया। परंतु माध्यम हिंदी ही रहा,जिससे शिक्षकों का वेतन आहरण डी डी ओ से हटा कर कलेक्टर अन्तर्गत कर दिया गया,जी पी एफ जमा, जी आई एस जमा आदि चालान से करना पड़ रहा है,जो कि भविष्य में कोश एवं लेखा में समायोजन होने मे दिक्कत होगी,साथ ही सेवा निवृत होने वाले व्याख्याता को आत्मानंद से अन्य स्कूल ट्रांसफर कर दिया जाता है उसके पेंशन प्रकरण में दिक्कतें आएंगी।

सभी समस्त हिंदी माध्यम आत्मानंद स्कूल को उनके पूर्व स्वरूप जैसे पुराना नाम, डी डी ओ के माध्यम से ,जिला कोषालय से कर्मचारी का वेतन आहरण,सेवा रत शाला से ही पेंशन प्रकरण बननाआदि पूर्ववत हो तथा शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति समाप्त करते हुए उन्हें उसी शाला में उनके मूल पद पर स्थापित कर हिंदी माध्यम शाला संचालित की जावे। ज्ञापन देने गये प्रतिनिधिमंडल में डा दिलीप झा,दिनेश साहू,प्रदीप मिश्रा, भूपेंद्र नायक, जे एल मिर्चें,बी एल साहू, श्रीमती चित्रा दुबे,श्रीमती ज्योति अवधिया,शिव सिंह कंवर, जोहत राम यादव,प्रमोद साहू,जितेंद्र कनोजेउपस्थित रहे।