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एक वक्त था जब मैं घर बैठकर पिज्जा और रोटियां बनाने लगा था: शाहरुख

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मुंबई

शाहरुख खान को हाल ही में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला। जी सिने अवार्ड्स में शाहरुख की फिल्म जवान को बेस्ट फिल्म के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। ऐसे में स्टेज पर जब एक्टर अवॉर्ड लेने आए तो उन्होंने अपनी जिंदगी की कुछ पर्सनल बातें भी शेयर की। शाहरुख खान ने अपने अवॉर्ड विनिंग स्पीच के दौरान सभी का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि मुझे अवॉर्ड जीते हुए कुछ 8-9 साल हो गए हैं। हालांकि इस दौरान मुझे लोगों का प्यार ही प्यार मिल रहा था, लेकिन अवॉर्ड नहीं मिल रहा था। ये बहुत सालों के बाद मेरा पहला अवॉर्ड है।

मैं अपनी पूरी पर्सनल टीम को शुक्रिया कहना चाहता हूं। एक छोटी सी पर्सनल बात भी बताना चाहूंगा। चार-पांच साल पहले जब कुछ फिल्में नहीं चली थीं, तो मैं खुद से बुरा मान गया था। उस वक्त मैंने फिल्में करना छोड़ दिया था और घर बैठकर पिज्जा और रोटियां बनाने लग गया। बच्चों के साथ खेलने लग गया। फिर उसके बाद कोविड आ गया था। शुक्रिया सारी जूरी मेंबर का जिन्होंने मुझको बेस्ट एक्टर के लायक समझा.. जब बहुत सालों तक अवॉर्ड नहीं मिला था, तो लगने लगा था कि अब मुझे अवॉर्ड नहीं मिलेगा। हालांकि ये ट्रॉफी देखकर मुझे बहुत खुशी हुई है। मुझे अवार्ड्स बहुत अच्छे लगते हैं, मैं थोड़ा लालची जो हूं। शाहरुख ने बेस्ट एक्टर की ट्रॉफी वाइफ गौरी और अपने बच्चों आर्यन खान, सुहाना खान, अबराम को डेडिकेट की। मजाक में शाहरुख ने तब दर्शकों को उत्साह से भर दिया, जब उन्होंने अपने बच्चों के सम्मान में बाप शब्द जोड़ा। मजाकिया अंदाज में शाहरुख ने कहा- जब तक आपका बाप जिंदा है, मनोरंजन जिंदा है।