मुंबई
शेयर बाजार (Stock Market) में आज भारी गिरावट आई है. खुलते ही शेयर बाजार तेजी से ढहने (Stock Market Crash) लगा. Sensex में आज 1000 अंकों की गिरावट आई तो वहीं निफ्टी 350 अंक तक टूट गया. दोपहर 2.30 बजे Sensex 1,046 अंक या 1.42% टूटकर 72,621 स्तर पर कारोबार कर रहा था तो वहीं Nifty 1.74% या 388 अंक गिरकर 21,947 पर कारोबार कर रहा था.
Nifty के मिडकैप इंडेक्स में 1730 अंक या 3.61 फीसदी की गिरावट देखी गई. साथ ही निफ्टी के स्मॉलकैप इंडेक्स में 676 अंक या 4.50 फीसदी गिरकर कारोबार कर रहा था. इसके अलएवा BSE स्मॉलकैप इंडेक्स 1824 और मिडकैप इंड़ेक्स 1382 अंक गिरकर कारोबार कर रहा था. इस भंयकर गिरावट के कारण मार्केट का सेंटीमेंट बदल गया और दिग्गज कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त ब्रिकी हुई.
क्यों धराशाई हुआ मार्केट?
बीते दिनों SEBI चीफ ने मिडकैप और स्मॉल कैप स्टॉक को लेकर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था कि सेबी इनपर पैनी नजर रख रही है. मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में हेराफेरी के संकेत मिले हैं. इतना ही नहीं एसएमआई आईपीओ में भी गड़बड़ी के संकेत हैं. सेबी चीफ ने निवेशकों को इससे सतर्क रहने को कहा है. सेबी के इस बयान के बाद बाजार का सेंटीमेंट बदला, जिसका असर ये हुआ कि आज बाजार में भारी ब्रिकी हुई. स्मॉल कैप और मिडकैप इंडेक्स के साथ बाकी के इंडेक्स में भी भारी गिरावट आई है.
इससे इनमें से अधिकतर लाल निशान में बने हुए हैं। मिड और स्मॉल कैप शेयरों में बिकवाली से बुधवार दोपहर सेंसेक्स ने 1000 अंक का गोता लगा लिया। वहीं, निफ्टी 370 अंक से अधिक टूट गया है। बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स 4.85 फीसदी डाउन दिखी। निफ्टी नेक्स्ट-50 3.72 फीसदी और निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट 2.91 फीसदी नीचे आ गया। बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स 19 फरवरी से लगातार गिर रही है। इस इंडेक्स के 80 फीसदी से ज्यादा शेयरों ने 19 फरवरी के बाद से निगेटिव रिटर्न दिया है। वहीं, इस अवधि में निफ्टी करीब 1 फीसदी चढ़ गया।
दबाव में आए ऑपरेटर्स
स्मॉल कैप सेगमेंट में इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस सेगमेंट में काफी अधिक ऑपरेटर एक्टिविटीज के कारण फंडामेंटल रूप से कमजोर कंपनियों के शेयरों बड़ा उछाल आ रहा था। अब ये ऑपरेटर्स दबाव में आ गए हैं। क्योंकि ईडी ने हाल ही में शेयर ऑपरेट करने वाले दुबई बेस्ड हवाला ऑपरेटर हरी शंकर तिब्रेवाल सहित 13 दूसरे संस्थानों पर छापा मारा है।
सेबी की एडवाइजरी बड़ी वजह
डीआरएस फिनवेस्ट के फाउंडर डॉ रवि सिंह ने बताया कि छोटे शेयरों में गिरावट की दूसरी सबसे बड़ी वजह सेबी की एडवाइजरी है। इसमें म्यूचुअल फंड्स को स्मॉल कैप और मिड कैप स्कीम्स में तेजी से बढ़ते वैल्यूएशन को लेकर चिंताओं के बीच निवेशकों के हितों की रक्षा करने को कहा गया है। हालांकि, सेबी ने अब तक सिर्फ म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो की लिक्विडिटी से जुड़े एडिशनल डिस्क्लोजर ही मांगे हैं। सेबी ने इनफ्लो को रोकने या हिस्सेदारी बेचने के आदेश जैसे एक्शन नहीं लिये हैं।
नियामकीय जांच के डर से बिकवाली
अब इस बात को लेकर डर बढ़ गया है कि फंड मैनेजर्स कम लिक्विड शेयरों में हिस्सेदारी बेचेंगे, क्योंकि लिक्विडिटी अब प्राथमिकता बन गई है और पोर्टफोलियो पर नियामकीय जांच बढ़ रही है। डॉ रवि ने बताया कि बिकवाली अभी कुछ दिन और चल सकती हैं, क्योंकि म्यूचुअल फंड किसी भी नियामकीय जांच से बचना चाहते हैं। कुछ फंड मैनेजर्स ने सेबी के इस एक्शन को स्वागत योग्य बताया है। उनका कहना है कि कई ऐसे खराब शेयर तेजी से बढ़ रहे थे, जो बाजार के लिए अच्छे नहीं थे। वहीं, कुछ फंड मैनेजर्स का कहना है कि इस सेक्टर में वैल्यूएशन काफी अधिक ऊपर चली गई थी।
करीब 13 लाख करोड़ रुपये स्वाहा
बुधवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट के कारण बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 12.67 लाख करोड़ रुपये घटकर 372 लाख करोड़ रुपये हो गया. इसका मतलब है कि कुछ ही घंटे के दौरान निवेशकों ने करीब 13 लाख करोड़ रुपये का नुकसान झेला.
अडानी के शेयरों में भारी गिरावट
अडानी स्टॉक्स के टूटने की वजह से Adani Group का मार्केट कैप 90,000 करोड़ रुपये तक घट गया और गौतम अडानी 100 अरब डॉलर वाले क्लब से बाहर हो गए. बुघवार को अडानी के सभी शेयरों में गिरावट देखने को मिली, इनमें से सबसे ज्यादा अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर 9 फीसदी तक फिसला. इसके अलावा Adani Total Gas 7%, अडानी एंटरप्राइसेज 6%, Adani Wilmar 4%, Adani Port 5%, Adani Green Solution 4.5% और Adani Power 5% तक टूट गया. शेयरों में गिरावट के बीच गौतम अडानी की नेटवर्थ (Gautam Adani Net Worth) घटकर 99.9 अरब डॉलर पर आ गई है.