Home राज्यों से Rajasthan News: ‘भारत शक्ति’ का प्रदर्शन देखने पोकरण पहुंचेंगे प्रधानमंत्री, सेना का...

Rajasthan News: ‘भारत शक्ति’ का प्रदर्शन देखने पोकरण पहुंचेंगे प्रधानमंत्री, सेना का सामरिक युद्धाभ्यास आज

6

पोकरण.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भारतीय सेना के संयुक्त युद्धाभ्यास भारत शक्ति 2024 को देखने पोकरण आएंगे। इस युद्धाभ्यास में तीनों सेनाएं अपनी सामरिक शक्ति का परिचय देते हुए युद्धाभ्यास करेंगी। एक घंटे तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में स्वदेशी हथियारों का प्रदर्शन किया जाएगा। आर्मी डिजाइन ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल सी.एस. मान ने संवाददाताओं को जानकारी देते हुए बताया कि शक्ति प्रदर्शन के दौरान भारत में निर्मित हथियार प्रणालियां, अर्जुन टैंक, धनुष होवित्जर, तेजस लड़ाकू विमान और एएलएच ध्रुव हेलिकॉप्टर अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।

रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के प्रदर्शन को देखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी समेत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी यहां मौजूद होंगे। मेजर जनरल सी.एस. मान ने बताया कि नौसेना के मार्कोस, वायुसेना के गरुड़ और थलसेना की स्पेशल फोर्सेस अभ्यास के लिए बनाए गए दुश्मन के इलाके में घुसकर ऑपरेशन करेंगे। अभ्यास के दौरान लंबी दूरी के हथियारों और आर्टिलरी गन से अभ्यास का प्रदर्शन किया जाएगा। अभ्यास के दौरान प्रदर्शित किए जाने वाले महत्वपूर्ण उपकरणों में के-9 वज्र सेल्फ प्रोपेल्ड होवित्जर, रोबोटिक म्यूल्स, मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम, इंटीग्रेटेड ड्रोन डिटेक्शन एंड न्यूट्रलाइजेशन सिस्टम, सर्वत्र ब्रिजिंग सिस्टम, माइनफील्ड प्लॉ, आकाश एयर डिफेंस सिस्टम और एके-203 असॉल्ट राइफलों का प्रदर्शन शामिल है। इसके साथ ही हथियारों का पता लगाने वाले राडार स्वाति और ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली का भी प्रदर्शन किया जाएगा।

तेजस विमान मापेगा अपनी मारक क्षमता
अभ्यास के दौरान भारत में निर्मित पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, अर्जुन टैंक, धनुष होवित्जर, तेजस लड़ाकू विमान और एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही भारतीय नौसेना रणनीतिक प्रभाव के लिए समुद्री संचालन का प्रदर्शन करेगी। सेना के इस संयुक्त सामरिक अभ्यास के दौरान किसी इलाके में कब्जा करने में सेना की सामरिक कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद वायुसेना रक्षा हथियारों और काउंटर ड्रोनों का उपयोग करके दुश्मन पर हमला करेगी। भारतीय सेना का संयुक्त रूप से किया जाने वाला यह युद्धाभ्यास रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता का प्रदर्शन करेगा।