लखनऊ/ नईदिल्ली
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की सरकार में राजनीति तेज हो गई है। तमाम राजनीतिक दल अपनी रणनीति को स्पष्ट कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी इसमें अभी तक आगे बढ़ती दिख रही है। भाजपा ने 80 में से अब तक 51 लोकसभा सीटों पर पहले ही उम्मीदवार का ऐलान किया है। हालांकि, उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होने के बाद बाराबंकी के वर्तमान सांसद उपेंद्र सिंह रावत का एक वीडियो सामने आया। वीडियो वायरल होने के बाद संसद ने उम्मीदवारी से पीछे हटने का फैसला लिया। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से अनुरोध किया है कि जब तक इस मामले में वह पाक- साफ होकर नहीं निकलते हैं, तब तक वह चुनावी राजनीति से अलग होना चाहते हैं। ऐसे में यूपी की बच्ची 30 सीटों में से 25 से 26 सीटों पर भाजपा की ओर से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो सकता है। मेनका गांधी, वरुण गांधी लेकर बृजभूषण शरण सिंह तक पर इस लिस्ट में फैसला हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी एनडीए के तहत राष्ट्रीय लोक दल, अपना दल एस, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और निषाद पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतर रही है। गठबंधन के तहत सुभासपा और रालोद ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। रालोद ने दो और सुबह सपा ने एक सीट पर अपने नाम का ऐलान किया है। वहीं, निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को भाजपा के टिकट पर एक बार फिर चुनावी मैदान से उतरा गया है। अपना दल एस की अनुप्रिया पटेल को गठबंधन के तहत दो सीटें मिल सकती हैं। मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज से पार्टी अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकती है।
बड़े नामों पर अहम फैसले की उम्मीद
यूपी की बची सीटों पर कई बड़े नामों का टिकट अटका हुआ है। इसमें सबसे अधिक चर्चा कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह की है। रेसलर्स प्रोटेस्ट के कारण चर्चा में आए बृजभूषण पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद से वे भाजपा की मुख्य धारा से बाहर चल रहे हैं। पिछले दिनों समाजवादी पार्टी ने बृजभूषण के टिकट मांगने पर विचार करने की बात कही थी। ऐसे में भाजपा की रणनीति पर हर किसी की नजर रहेगी। पार्टी क्या वर्तमान सांसद पर भरोसा करेगी या किसी नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा, यह देखने वाली बात होगी।
पीलीभीत लोकसभा सीट पर भी चुनावी राजनीति गरमाई हुई है। यहां से भाजपा सांसद वरुण गांधी पिछले वर्षों में लगातार पार्टी को घेरते रहे हैं। उनके निशाने पर पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पीलीभीत से उनका टिकट कट सकता है। वहीं, सुल्तानपुर से भाजपा की वेटरन मेनका गांधी के चुनाव लड़ने पर भी संशय है। पार्टी मंगलवार को संभावित दूसरी लिस्ट में इन सीटों पर नामों का ऐलान कर सकती है।