भोपाल
राजधानी के नाथू बरखेड़ा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्पोटर््स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। पहले चरण के काम को लेकर करीब 10 महीने में यहां पर 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। शुरुआत में एक स्टेडियम और दो स्पोर्ट्स ग्राउंड तैयार किए जा रहे हैं। इस इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अभी करीब 100 एकड़ जमीन पर लगभग 108 करोड़ की लागत से काम जारी है, जिसे 18 माह यानी डेढ़ साल में पूरा किया जाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, दूसरी तरफ राज्य सरकार ने नाथू बरखेड़ा में निर्माणाधीन इंटरनेशनल स्पोर्ट्स परिसर के फेस-टू को लेकर भी तैयारियां शुरू कर दी है। हाल ही में फेस-टू को लेकर करीब 376.93 करोड़ रुपए के टेंडर जारी किए गए हैं। यह काम करीब दो साल में पूरा करने का टॉरगेट रखा गया है। गौरतलब है कि स्पोटर््स कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए आवंटित जमीन पर अतिक्रमण होने के कारण यह काम देरी से शुरू हुआ। बीते साल मार्च-अप्रैल महीने में यहां पर जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाकर जमीन एजेंसी को सौंपी थी। इसके बाद एजेंसी के द्वारा निर्माण कार्य शुरू किया गया था।
ऐसे आकार लेगा इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
प्रथम चरण में ग्राम नाथू बरखेड़ा भोपाल में निर्मित होने वाले अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण एवं उपकरण पर लगभग 108 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। यह काम 18 माह में पूरे किए जाएंगे। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में लगभग 10 हजार क्षमता वाला फुटबाल स्टेडियम, 4 हजार क्षमता के दो हॉकी स्टेडियम, पार्किंग, इंटरनल एवं सर्विस मार्ग, लैंडस्केपिंग, हॉर्टिकल्चर, सोलर पैनल, बाउंड्रीवॉल, गेट, गॉर्डरूम, सीवेज सिस्टम, स्ट्रीट लाइट आदि से लैस होगी।
2011 में की थी घोषणा, 2023 में निर्माण शुरू
2011 में भारत की टीम द्वारा क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। चार साल बाद 2015 में क्रिकेट स्टेडियम के लिए नाथू बरखेड़ा में 50 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया। जमीन आवंटन होने के बाद भी यहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। 2018 में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद एक बार फिर स्टेडियम निर्माण को लेकर कवायद शुरू हुई थी, लेकिन सरकार के गिरते ही यह कार्रवाई फिर थम गई थी। भाजपा की सरकार बनने के बाद फिर तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कॉम्प्लेक्स निर्माण के निर्देश अफसरों को दिए थे। जमीन की मांग को देखते हुए ट्रिपल आईटी से 50 एकड़ जमीन वापस ली गई, जिसके बाद करीब 100 एकड़ जमीन पर 2023 में निर्माण शुरू हो सका।