भोपाल
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में कांग्रेस और उसने नेता इतने व्यस्त हुए कि वे लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार चयन के प्रक्रिया को ही अब तक पूरा नहीं कर पाए। इसके चलते गुरुवार को दिल्ली में हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मध्य प्रदेश को लेकर चर्चा ही नहीं हो सकी। अब स्क्रीनिंग कमेटी को हर सीट से सिंगल नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजने का कहा गया है। गुरुवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में छत्तीसगढ़, केरल, तेलंगाना सहित अन्य प्रदेश पर ही चर्चा हो सकी।
मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की न्याय यात्रा 2 मार्च को आई थी, लेकिन इस यात्रा को लेकर 15 फरवरी से प्रदेश कांग्रेस जुट गई थी। यात्रा गुरुवार को प्रदेश से निकल गई है। इस दौरान स्क्रीनिंग कमेटी दावेदारों का पैनल पूरी तरह से तैयार नहीं कर सकी। आधा अधूरा पैनल तैयार कर उसने गुरुवार को हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के लिए भेजे थे। इसके चलते इस बैठक में मध्य प्रदेश को लेकर चर्चा नहीं हो सकी। बताया जाता है कि अब स्क्रीनिंग कमेटी को कहा गया है कि वह सभी सीटों पर सिंगल नाम तय कर ही केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे। इससे पहले स्क्रीनिंग कमेटी ने आठ सीटों पर सिंगल नाम भेजे थे। अब उसे 21 और सीटों पर सिंगल नाम भेजना हैं। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक अब 11 मार्च को हो सकती है। इस बैठक में मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर सिंगल नाम पर चर्चा होगी।
यह भी माना जा रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस सभी दिग्गज नेताओं को मैदान में उतार सकती है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, अजय सिंह, मीनाक्षी नटराजन सहित कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सज्जन सिंह वर्मा, कमलेश्वर पटेल, ओमकार सिंह मरकाम, तरुण भनोत, हर्ष यादव, सुरेंद्र सिंह बघेल हनी को उतारा जा सकता है।