शाहरूख कभी थे बेरोजगार, अब दे रहे दो को रोजगार
खुद की यूनिट से महीने के 15-20 हजार रूपये कमाते हैं
भोपाल
सफलता की कहानी
कहते हैं इंसान के दिन बदलते देर नहीं लगती। शाजापुर जिले के शाहरूख पर यह बात शब्दश: लागू होती है। शुजालपुर तहसील के उगली गांव के शाहरूख खान 10वीं तक पढ़े हैं। बेरोजगारी से परेशान शाहरूख मन में खुद का व्यवसाय स्थापित करने का सपना लिये जी रहे थे। लेकिन पैसों की तंगी से शाहरूख का अधूरा सपना पूरा होने के आसार नहीं दिखाई दे रहे थे। शाहरूख का नसीब पलटा और चन्द ही दिनों में कुछ ऐसा हुआ कि बेरोजगार शाहरूख उद्यमी बन गये। अब तो उन्होंने अपनी यूनिट में दो अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा दिया है।
खुद का व्यवसाय तैयार करने के लिए यहां-वहां भटक रहे शाहरूख को जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, शाजापुर से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की जानकारी मिली। बस फिर क्या था, शाहरूख ने अपना प्रोजेक्ट तैयार कर लोकल बैंक में जमा करा दिया। चन्द ही दिनों में उसको तीन लाख रूपये का स्वरोजगार ऋण मिल गया। इस राशि से शाहरूख ने सेन्टिंग एवं मिक्सर मशीन कार्य व्यवसाय शुरू कर दिया। इससे शाहरूख को खुद को तो रोजगार मिला ही, काम बढ़ने पर उसने दो अन्य जरूरतमंद लोगों को रोजगार पर रख लिया है। अब शाहरूख महीने के 15-20 हजार रूपये कमा रहे हैं। शाहरूख, जिंदगी में पूरी तरह बदलाव लाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ह्रदय से आभार मानते हैं।