मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के तहत डोंगरगढ़ विधानसभा के ग्राम अर्जुनी पहुंचे और वहां वे जनचौपाल के दौरान आम जनता से मुलाकात की और विभिन्न योजनाओं के संबंध में चर्चा की। जन-चौपाल में ग्रामीणों का सैलाब था, मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर अर्जुनी में कॉलेज खोलने की घोषणा की। इसके साथ ही ग्रामीणों ने खुशी जाहिर की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठान छत्तीसगढ़ की पुरानी ग्राम्य परंपरा है। आवारा मवेशियों की समस्या से निपटने के लिए गांव-गांव में गौठान बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से पैरा (पराली) न जलाने की अपील की। उन्होंने चारा को मवेशियों के लिए इस्तेमाल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मवेशियों को चारा मिलेगा तो उनका अच्छा आहार मिलेगा। साथ ही उनसे मिलने वाले गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाकर उसे खेतों में खाद की तरह उपयोग कर सकते हैं। इससे उत्पादन भी बढ़ेगा। फसल के लिए रासायनिक खादों के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है, जैविक खाद से फसल के सेवन से शरीर को कोई नुकसान नहीं है, जो मानवता की सेवा भी है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तुमड़ीबोड़-सूखानाला बैराज सिंचाई परियोजना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति, डोंगरगांव में माटीकला, शिल्पकला के लिए ग्लेजिंग यूनिट की स्थापना और डोंगरगांव के सभी वार्डों में गली कांक्रीटीकरण किए जाने, कोटरासरार से मोहभट्टा तक सड़क निर्माण, मचानपार और बुद्धुभदररा में हाईस्कूल भवन निर्माण किए जाने की भी घोषणा की।
चौपाल में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से ग्राम कोपेडीह (आलीकुटा) की महिला श्रीमती सरिता साहू ने बताया कि अभी तक 50 क्विंटल गोबर बेचा है। इसके एवज़ में एक लाख रुपये मिले। जिसमें घर की ज़रूरतों को पूरा करने के साथ ही एक स्कूटी की ख़रीदी भी की। सुश्री कुलेश्वरी ने बताया कि उसने 13 हजार रुपये का गोबर बेच चुकी हूं।’ उसने कहा कि कभी सोची नहीं थी गोबर से भी पैसा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि तभे सराफा बाजार में अतका भीड़ दिखत हे।
मुख्यमंत्री से ग्राम अमलीडीह की महिला श्रीमती लक्ष्मी वैष्णव ने बुनकर के कार्य के लिए जमीन मांगी तो मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा जानकारी दी गई कि उनके ग्राम में रीपा (रुरल इंडस्ट्रियल पार्क) के लिए दो करोड़ रुपये दिये गए हैं, जो बनकर तैयार भी हो चुका है। वहां लघु व मध्यम उद्योग संचालित किये जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन किसान मज़दूर न्याय योजना के हितग्राहियों के बारे में पूछा तो सिंगारपुर निवासी श्री परस राम निषाद ने बताया कि बीते वर्ष योजना की पूरा किश्त मिल चुकी है। इस बार भी एक किश्त उनके खाते में आ चुका है। इसके अलावा मुख्यमंत्री से स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल की छात्रा सानिया मेमन ने चर्चा की। इस दौरान जब वह बात करते हुए नर्वस हुई, मुख्यमंत्री ने उनकी हौसला बढ़ाया और निडर होकर बात करने के लिए कहा। सानिया ने बताया कि वह कक्षा 12 वीं की जीव विज्ञान संकाय की छात्रा है और प्रोफ़ेसर बनना चाहती हैं। मुख्यमंत्री के पूछने पर उसने बताया कि इससे पहले वो सीजी पब्लिक स्कूल में पढ़ती थी जहां उसे 20 हजार रूपए देने पड़ते थे। लेकिन आज वह शासन के द्वारा खोले गए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ रही है और बहुत ही उच्च कोटि की शिक्षा प्राप्त कर रही है और उसके पैसे भी बच रहे हैं। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।