कोलकाता/पटना.
भगवान को नहीं मानने वालों ने भी जब यह दृश्य देखा तो धन्यवाद देने लगे। ऐसा लग रहा था कि वंदे भारत को उस आग ने छुआ नहीं कि सबकुछ खत्म हो जाएगा। लेकिन, शीतला माता मंदिर के पास हुई इस घटना में जब सब ठीकठाक बच निकले तो अनायास मुंह से निकला- "मां ने खुद आकर बचा लिया।" अमर उजाला तक पहुंचे वीडियो में घटना का भयावह रूप दिखा। इसके पहले इसे सामान्य घटना बताया जा रहा था। लेकिन, वीडियो ने बहुत कुछ बता दिया। बाकी यात्रियों की जुबानी उनका डर सामने आया।
दो-तीन दिनों से मौसम थोड़ा नरम था। कई बार बारिश भी हुई थी। जहां पर यह घटना हुई, उसके आसपास थोड़ा पानी भी जमता है। इसी कारण मिट्टी में ढीलापन था। सोमवार की रात हवा भी तेज थी। उसपर हावड़ा-पटना वंदे भारत ट्रेन की स्पीड के कारण हो रहे कंपन को रेल लाइन किनारे खड़ा ताड़ का पेड़ बर्दाश्त नहीं कर पाया। रात करीब साढ़े 12 बजे ताड़ का एक पेड़ बिजली के हाई टेंशन लाइन पर गिर गया। निगेटिव-पॉजिटिव तार सटने से तेज चिंगारी निकली और फिर आग से आसपास का इलाका चमकने लगा। बिजली की लाइन में शॉर्ट सर्किट के कारण वंदे भारत एक्सप्रेस रुक गई। पूरी ट्रेन नहीं निकली थी। जिस दो बोगियों के आसपास आग की ऐसी चमक देख यात्रियों में अफरातफरी मच गई। तार बहुत देर तक झूलता रहा, जिसके कारण लोग सहमे रहे कि कहीं ट्रेन तक करंट या आग नहीं पहुंच जाए। लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ। जब यात्रियों को पक्का हो गया कि वह बच गए तो उन्होंने माता शीतला को धन्यवाद दिया। इस जगह से कुछ कदम की दूरी पर ही प्राचीन शीतला स्थान और सम्राट अशोक के काल का कुआं है।
पेड़ टूटने से लगी आग
घटना के बारे में बताया जाता है कि वंदे भारत एक्सप्रेस जो कोलकाता से चलकर पटना होते हुए दिल्ली जाती है। सोमवार की रात्रि लगभग 12:31 पर गुलजारबाग स्टेशन पहुंची ही थी तभी अचानक रेलवे ट्रैक के बगल में स्थित एक ताड़ का पेड़ टूट कर बिजली तार पर गिर पड़ी। बिजली तार पर गिरते ही रेलवे की बिजली सप्लाई तार टूट गई जिससे तेजी से चिंगारियां निकालनी शुरू हो गई। इस दृश्य को देखते ही रेलगाड़ी में सफर कर रहे यात्रियों के बीच चीख-पुकार शुरू हो गई। घटना की सूचना मिलते ही गुलजारबाग स्टेशन मास्टर, जीआरपी थाना प्रभारी मौके पर पहुंची और उन्होंने इसकी सूचना कंट्रोल रूम सहित रेलवे के अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही दानापुर से रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही अग्नि दस्ते गाड़ी को मौके पर बुलाया गया। लगभग चार घंटे के मशक्कत के बाद डाउन लाइन की गाड़ियों को चालू की गई।
चार घंटे तक रहा आवागमन बाधित
घटना के संबंध में जानकारी देते हुए जीआरपी गुलजारबाग की प्रभारी मंजू लता ने बताया कि तीन नंबर पर अप लाइन की गाड़ी वंदे भारत जा रही थी। इसी बीच डाउन लाइन पर एक ताड़ का पेड़ बिजली तार पर गिर गया। ताड़ का पेड़ गिरते ही बिजली की तार टूट कर पटरी पर फैल गई, जिससे तेजी से चिंगारी निकलने लगी। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी बात तो यह थी कि डाउन लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। जिस पर डीजल भरा था। आनन-फानन में सभी गाड़ियों के आवागमन को रोक लगा दी गई। उन्होंने बताया कि इस क्रम में डाउन लाइन की गाड़ियों को चार घंटे तक रोका गया, जबकि अपलाइन की गाड़ी को 2 घंटे तक रोक कर रखने के बाद पटरी को साफ सफाई करने और बिजली तार दुरुस्त करने के बाद रेल की परिचालन शुरू की गई। घटना का वीडियो किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल कर दिया गया।