भोपाल
आने वाले समय में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और प्रमुख बड़े शहरों से राज्य के सीमावर्ती जिलों तक और कम समय में पहुंचा जा सकेगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग इन शहरों के बीच के सड़क मार्ग की दूरियां कम करेगा। लोक निर्माण विभाग के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पहले चरण में राजधानी भोपाल से प्रदेश की सीमाओं पर स्थित दस जिलों के बीच की सड़क मार्ग की दूरियां कम की जाएंगी। इसके बाद इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और अन्य बड़े शहरों से सीमाओं पर स्थित जिलों के बीच की दूरियां भी कम की जाएंगी।
दूरियां कम करने यह होगी कवायद
राजधानी भोपाल और बड़े शहरों से सीमावर्ती जिलों तक पहुंचने के मार्गों के बीच की दूरी कम करने के लिए यहां पर वर्तमान में मौजूद सड़क मार्ग और एरियल डिस्टेंस की दूरी का अध्ययन किया जाएगा। जहां एरियल डिस्टेंस से सड़क मार्ग की दूरी काफी अधिक है वहां दूरी कम करने के लिए नये मार्गों का चिन्हांकन किया जाएगा।
ऐसे कम होगी दूरी
राजधानी भोपाल से दस सीमावर्ती जिलों तक पहुंचने के लिए वर्तमान में मौजूद मार्ग के साथ अन्य सड़क मार्ग जो लंबे और घुमावदार है उनकी जगह बीच में कुछ नये छोटे सड़क मार्ग तैयार किए जाएंगे। इस तरह पुराने मार्ग का उपयोग करते हुए नये मार्ग का निर्माण कर सड़कों की दूरी कम की जाएगी। इससे राजधानी भोपाल से इन शहरों के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी।
यह होगा फायदा
सीमावर्ती जिलों से भोपाल भी शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों और आमजन को शासकीय कार्य के सिलसिले में आना-जाना पड़ता है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान सीमावर्ती जिलों पर विशेष चौकसी करना पड़ता है। जरूरत के समय यहां जल्दी से पुलिस बल और सेना के जवानों को पहुंचाया जा सके इसके लिए यदि सीधे और छोटे मार्ग होंगे तो संसाधनों और अमले को पहुंचाने में ज्यादा आसानी होगी। छोटे मार्ग बन जाने से जिन लोगों को सीधे जिलों से भोपाल और भोपाल तथा बड़े शहरों से इन जिलों में जाना है उनका र्इंधन खर्च और समय भी कम हो सकेगा।