मोटापा (Obesity) एक तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है। मोटापा न सिर्फ आपके शरीर की सुंदरता को कम करता है बल्कि कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बनता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, जिस तेजी से यह समस्या बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि साल 2035 तक करीब 1.9 बिलियन लोग मोटापे की गिरफ्त में होंगे और हर 4 में से 1 व्यक्ति इससे पीड़ित होगा।
मोटापे के नुकसान? मोटापा कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों को जन्म दे सकता है। इससे आपको डायबिटीज, हार्ट डिजीज, फैटी लीवर, गॉलब्लैडर, हाई बीपी, स्लीप एप्निया, स्ट्रोक, कैंसर और अस्थमा सहित अन्य बीमारियों का जोखिम होता है।
हर साल 4 मार्च को विश्व मोटापा दिवस या वर्ल्ड ओबेसिटी डे (World Obesity Day) मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को मोटापा और उससे जुड़े नुकसानों के बारे में जागरूक करना है। इस अवसर पर नॉएडा के ई-260 सेक्टर 27 स्थित 'कपिल त्यागी आयुर्वेद क्लिनिक' के डायरेक्टर कपिल त्यागी आपको मोटापे के लिए असरदार आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं।
मेथी
मेथी न सिर्फ स्वादिष्ट होती है, बल्कि वजन घटाने में भी कारगर मानी जाती है। यह पाचन क्रिया को सुधारती है, जो वजन कम करने में महत्वपूर्ण है। मेथी में पाया जाने वाला "गैलेक्टोमैनन" नामक तत्व भूख को कम करने और देर तक पेट भरा हुआ महसूस कराने में मदद करता है। साथ ही, यह शरीर की मेटाबॉलिज्म दर को भी बढ़ाता है। सुबह खाली पेट थोड़े से मेथी दाने भूनकर पीस लें और गर्म पानी के साथ लें। आप रात भर मेथी को पानी में भिगो भी सकते हैं, सुबह पानी पी लें और भीगे हुए दानों को चबाकर खाएं।
तेजी से वजन घटाने में हल्दी का पानी है रामबाण
गुग्गुल
गुग्गल एक हर्बल उपाय है जिसका उपयोग लंबे समय से आयुर्वेदिक दवाओं में किया जाता रहा है। गुग्गुल में पाए जाने वाला 'गुग्गुलस्टरोन' नामक तत्व शरीर के टाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह प्राकृतिक रूप से कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। गुग्गुल की चाय कई मायनों में फायदेमंद मानी जाती है।
विजयसार
विजयसार एक पेड़ है, जिसकी छाल का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में मधुमेह और मोटापे को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। विजयसार में वसा कम करने वाले गुण होते हैं जो जिद्दी पेट की चर्बी को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, विजयसार का राल और छाल पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। आप असरदार परिणाम पाने के लिए विजयसार की चाय पी सकते हैं।
त्रिफला
त्रिफला शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता है। त्रिफला, आंवला, हर्रे और बहेड़ा नामक तीन सूखे फलों से बनाया जाता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ रात के खाने के कम से कम दो घंटे बाद और नाश्ते से आधा घंटा पहले गर्म पानी के साथ त्रिफला चूर्ण लेने की सलाह देते हैं।
पुनर्नवा
पुनर्नवा को वजन घटाने की प्रक्रिया में कारगर माना जाता है। इसके मूत्रवर्धक गुण गुर्दे और मूत्राशय को बेहतर ढंग से कार्य करने में मदद करते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है। साथ ही, यह शरीर में जरूरी मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे पोटेशियम को बनाए रखता है। पुनर्नवा पानी को कम करने में भी मदद करता है, जो वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। आप वजन कम करने के लिए पुनर्नवा की चाय पी सकते हैं।
दालचीनी
दालचीनी शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करती है, जो पेट की चर्बी कम करने में सहायक है। दालचीनी में पाया जाने वाला 'सिनामेल्डिहाइड' मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिसका मतलब है कि यह पेट की चर्बी कम करने में मददगार हो सकता है। सुबह खाली पेट या डॉक्टर की सलाह अनुसार दालचीनी की चाय पी सकते हैं।
यह उपाय भी हैं असरदार
इनके अलावा आप कलौंजी, एलोवेरा, काली मिर्च और अजवाइन आदि का भी सेवन वजन कम करने के लिए कर सकते हैं। आप अपने डॉक्टर से बात करके इनके इस्तेमाल के तरीके को जान सकते हैं।