दौसा/जयपुर.
दौसा जिले के सचिन शर्मा को अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़े 10 दिन हो गए। लेकिन, सरकार की ओर से सचिन के परिवार की सुध नहीं ली गई। इससे परेशान होकर सचिन के परिजन रविवार को पानी की टंकी पर चढ़ गए। मौके पर जमा ग्रामीणों ने कहा कि सरकार अगर समय रहते परिवार की सुध लेती तो न्याय के लिए सड़कों पर नहीं आते। सचिन की मौत को 10 दिन बीत गए हैं, इसके बाद भी सरकार की तरफ से मदद के नाम पर सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि सचिन की मौत के दौषी अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। सचिन अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था। सचिन के पिता महेश शर्मा की करीब एक साल से किड़नी खराब है। सचिन की मौत के बाद अब उसके परिवार में कोई कमाने वाला भी नहीं है। दरअसल, जयपुर के एसएमएस अस्पताल में गलत ग्रुप का खून चढ़ाने से रायपुरा बसवा के रहने वाले सचिन शर्मा की मौत हुई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी गलत ग्रुप का खून चढ़ने से किड़नी, लिवर और फेफड़े खराब होने से मौत की पुष्टि हुई थी। मामले में लापरवाही बरतने वाले अस्पताल के स्टाफ और डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं होने व अन्य मांगों को लेकर परिजन और ग्रामीण अगवाली बस स्टैंड पर धरने पर बैठ गए। 2 घंटे के धरने के बाद भी प्रशासन का कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया तो सचिन की छोटी बहन अलका और उसके ताऊ महादेव शर्मा बसवा स्थित एसडीएम कार्यालय में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गए। ग्रामीणों ने उन्हें उतारने का प्रयास किया, लेकिन वे नीचे नहीं आए। इस दौरान सचिन के पिता महेश चंद्र ने कहा कि हमें अभी तक कोई सहायता नहीं मिली है। अब हम भले ही मर जाए, लेकिन यहां से नहीं हटेंगे। उनकी बेटी भी पानी की टंकी पर चढ़ी हुई है, वह भी मर जाए तो कोई दिक्कत नहीं है। फिर सरकार को रुपये भी नहीं देने पड़ेंगे। मेरे पास वैसे भी कुछ नहीं है, जो भी कर रहे हैं समाज के लोग कर रहे हैं। सचिन के चचेरे भाई दिनेश शर्मा ने बताया कि भाई को न्याय दिलाने और परिजनों की मदद के लिए वॉट्सऐप ग्रुप 'जस्टिस फॉर सचिन शर्मा' बनाया है। इस ग्रुप में समाज के लोगों के अलावा सर्व समाज और सामाजिक संगठन भी आर्थिक मदद कर रहे हैं।
इस दौरान करीब 5 घंटे तक सचिन के परिवारजन पानी की टंकी पर चढ़े रहे। बसवा एसडीएम रेखा मीणा मौके पर पहुंची, उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि वे सरकार से उनकी मांगों को लेकर बात करेंगी। साथ ही जिला प्रशासन के स्तर पर जितनी भी मदद हो सकेगी वह भी की जाएगी। इसके बाद सचिन के परिजन टंकी से नीचे आए।