चंडीगढ़
चंडीगढ़ नगर निगम के सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर की चुनाव में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को हरा दिया है. बीजेपी उम्मीदवार को 19 वोट मिले हैं तो आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के संयुक्त प्रत्याशी गुरप्रीत गाबी के पक्ष में 17 वोट डाले गए थे, जबकि उनके एक वोट को इनवैलिड करार दिया गया है. इसके साथ ही बीजेपी ने सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर की कुर्सी पर अपना कब्जा जमा लिया है.
AAP-कांग्रेस ने पार्षदों ने लगाया मतपत्र से छेड़छाड़ का आरोप
बताया जा रहा है कि मतपत्रों में छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए आप और कांग्रेस के पार्षदों ने सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर चुनाव का बहिष्कार कर दिया, जिससे बीजेपी उम्मीदवार कुलजीत संधू और राजिंदर शर्मा की जीत हो गई.
चंडीगढ़ सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में बीजेपी की ओर से कुलजीत संधू और रजिंदर सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इंडिया ब्लॉक के संयुक्त प्रत्याशी के रूप में सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरप्रीत गाबी और डिप्टी मेयर के लिए निर्मला देवी को प्रत्याशी बनाया है.
मेयर की अध्यक्षता में हुआ चुनाव
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों के बाद सीनियर डिप्टी और डिप्टी मेयर का चुनाव मेयर कुलदीप कुमार की अध्यक्षता में कराया जा रहा है. इससे पहले ये चुनाव 27 फरवरी को होने थे, लेकिन प्रेजाइडिंग ऑफिसर मेयर कुलदीप कुमार के न आने और कांग्रेस के पार्षदों द्वारा हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई के कारण चुनाव को टाल दिया गया था.
बीजेपी के पास है बहुमत का आंकड़ा
बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 पार्षद हैं, जबकि एक सांसद का वोट मिलकर 36 वोट डाले जाते हैं. इस तरह बहुमत का आंकड़ा 19 बैठता है. अगर संख्या बल की बात करें तो बीजेपी के पास इस वक्त 19 वोट हैं. बीते दिनों तीन पार्षद पाला बदल कर बीजेपी में चले गए थे. इसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के वोटों की संख्या 20 से घटकर 17 रह गई है.
SC ने सुनाया था ऐतिहासिक फैसला
इससे पहले फरवरी में चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई गड़बड़ी मामले में सुप्रीम कोर्ट में ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा अमान्य घोषित किए गए सभी 8 वोटों को मान्य करार देने के निर्देश दिया था और AAP उम्मीदवार कुलदीप कुमार को विजयी घोषित कर दिया था.