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टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे के टीम इंडिया में वापसी के दरवाजे पूरी तरह से हुए बंद? रणजी में नहीं चला बल्ला

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नई दिल्ली
टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे के टीम इंडिया में वापसी के दरवाजे पूरी तरह से बंद होते हुए दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, खराब फॉर्म के चलते रहाणे को भारतीय टेस्ट टीम से ड्रॉप किया गया था, उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट पिछले साल जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उनकी रणजी ट्रॉफी में परफॉर्म कर वापसी की कुछ उम्मीद बाकी थी, मगर वह धीरे-धीरे अब खत्म होती नजर आ रही है। रहाणे के बल्ले पर रणजी ट्रॉफी में भी जंग लगी हुई है। अभी तक खेली 11 पारियों में वह सिर्फ 1 बार 50 रन का आंकड़ा पार कर पाए हैं, वहीं 7 बार वह डबल डिजिट तक भी नहीं पहुंच पाए।

विराट कोहली और केएल राहुल की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर में फिलहाल कोई अनुभवी बल्लेबाज नहीं है। भारत को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ घर में टेस्ट सीरीज खेलनी है। इसके बाद टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। अगर आगामी सीरीज में भी दुर्भाग्यवश भारत के साथ इस तरह की समस्या पैदा होती तो अजिंक्य रहाणे के नाम पर विचार किया जा सकता था, मगर अब उनके खाते में रन नहीं होने के चलते चयनकर्ता उनकी जगह किसी और खिलाड़ी पर विचार करने पर जोर देंगे।

अजिंक्य रहाणे के मौजूदा रणजी ट्रॉफी सीजन के परफॉर्मेंस की बात करें तो, बिहार के खिलाफ पहले मुकाबले में वह गर्दन में ऐंठन के कारण नहीं खेले थे। जब आंध्र प्रदेश के खिलाफ बतौर कप्तान उन्होंने टीम में वापसी की तो पहली पारी में वह खाता नहीं खोल पाए तो दूसरी पारी में उन्हें बैटिंग करने का मौका नहीं मिला।केरल के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन फीका रहा, पहली पारी में वह गोल्डन डक पर आउट हुए, वहीं दूसरी पारी में उनके बल्ले से 65 गेंदों पर मात्र 16 ही रन निकले। यूपी के खिलाफ भी उनका बल्ला नहीं चाला और दोनों पारियों में मिलाकर उन्होंने 16 रन बना। इसके बाद मुंबई का अगला मैच बंगाल के खिलाफ था। रहाणे इस मैच में हैमस्ट्रिंग इंजरी के चलते नहीं खेले।

छत्तीसगढ़ के खिलाफ उन्होंने एक बार फिर टीम में वापसी की, पहले पारी में वह 1 ही रन बना पाए मगर दूसरी पारी में उन्होंने 56 रनों की नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली। उस समय ऐसा लग रहा था कि नॉकआउट मुकाबले आते-आते रहाणे अब तो फॉर्म पकड़ ही लेंगे। लेकिन असम के खिलाफ ग्रुप स्टेज का आखिरी मुकाबले में वह 22 ही रन बना पाए। बडोदा के खिलाफ भी क्वार्टर फाइनल में रहाणे फेल साबित हुए, पहली पारी में उन्होंने 3 रन बनाए तो दूसरी पारी में वह खाता भी नहीं खोल पाए।

अब तमिलनाडु के खिलाफ मुंबई का सेमीफाइनल मुकाबला जारी है, यहां भी पहली पारी में रहाणे फेल हो गए हैं। वह 19 के निजी स्कोर पर अपना विकेट गंवाकर पवेलियन लौट चुके हैं। इस निराशाजनक प्रदर्शन के बाद रहाणे के टीम इंडिया में वापसी के दरवाजे तो बंद होते दिख रहे हैं। मगर अब वह चाहेंगे कि अपनी कप्तानी में वह मुंबई को रणजी ट्रॉफी का खिताब जिताएं।