उज्जैन
बाबा महाकाल की शरण में प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल और गीतकार मनोज मुन्तशिर भस्म आरती के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने नंदी हॉल से बाबा महाकाल की प्रतिदिन होने वाली भस्म आरती के दर्शन किए। इस दौरान मनोज मुन्तशिर सामान्य दर्शनार्थियों की तरह लाइन में लगकर नंदी हाल पहुंचे ओर श्रद्धालुओं के बीच बैठकर बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन किए। वहीं कन्हैया मित्तल ने परिवार के साथ बाबा महाकाल की भस्म आरती का धर्मलाभ अर्जित किया।
भस्म आरती देखने के बाद कन्हैया मित्तल और मनोज मुन्तशिर ने चांदी द्वार से बाबा महाकाल के दर्शन कर बाबा महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान भजन गायक कन्हैया मित्तल ने मीडिया से कहा कि बाबा महाकाल के दरबार में कंकर बनकर आया था और शंकर बनकर जा रहा हूं। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन था और एक आज का स्वर्णिम दिन है, जिसे मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा। उन्होंने कहा कि वैसे तो बाबा महाकाल के दर्शन करने कई बार आया हूं, लेकिन बाबा महाकाल की भस्म आरती देखने का पहली बार मौका मिला। भस्म आरती के दर्शन कर अपने आपको धन्य महसूस कर रहा हूं। आपने श्री महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्थाओं की जमकर तारीफ की और कहां के व्यवस्थाओं के बारे में जितना कहा जाए उतना कम है।
कन्हैया मित्तल ने सुनाया बाबा महाकाल का नया भजन
बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे कन्हैया मित्तल ने सुबह मीडिया के सामने एक भजन भी सुनाया….
ना मैं भांग पियो ना मैं गांजा, भोले मैं तो तेरा रांझा।
नशा मुझे तेरे नाम का हुआ है, भोलेनाथ सरेआम हुआ है महाकाल का शृंगार है गांजा, भोले में तो तेरा रांझा।