इंदौर
जिले में लोक परिवहन और स्कूली वाहनों की जांच का अभियान चलाया जा रहा है। इसमें वाहनों की जांच करने के साथ ही यात्रियों और स्कूली विद्यार्थियों से वाहन चालक और हेल्पर के व्यवहार को लेकर फीडबैक भी लिया जा रहा है। बिना फिटनेस और परमिट के पाए जाने पर एक स्कूली मिनी बस और दो स्कूली वेन को जप्त किया गया।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय इंदौर एवं संभागीय परिवहन सुरक्षा स्क्वाड इंदौर द्वारा लोक परिवहन वाहनों, स्कूली वाहनों सहित अन्य वाहनों की लगातार चेकिंग की जा रही है। इसके लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत बीना परमिट तथा फिटनेस के यात्री बस चलाये जाने पर बस को जप्त किया गया। साथ ही स्कूलों में संलग्न एक वाहन और दो स्कूली वेन को भी जप्त किया गया।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि अभियान के तहत वाहनों के फ़िटनेस, परमिट, बीमा, पीयूसी, कर प्रमाण पत्र भी चेक किए जा रहे हैं। बसों में ओवरलोडिंग ,अधिक किराया की भी जांच की जा रही है। यात्रियों से वाहन की स्पीड, चालक-परिचालक के व्यवहार के संबंध में फीडबैक भी लिया जा रहा है। लोगों को अपने वाहनों पर एचएसआरसी नंबर प्लेट लगवाने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।
वाहनों की चेकिंग में बस क्रमांक एमएच-04-जी-6786 बिना परमिट, बिना फिटनेस चलती पाई गई। इस वाहन पर 1.50 लाख मोटरयान कर भी बकाया था। यह वाहन इंदौर से बरोठा (देवास) यात्रियों को ले जाते पाया गया। इस वाहन को जप्त किया गया। विभिन्न स्कूलों की बसों पर भी कार्यवाही की गई। एक स्कूली वाहन बिना फिटनेस के पाए जाने से इसे भी जप्त किया गया। साथ ही 2 स्कूली वैन को भी जप्त किया गया।