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बड़ी सड़क दुर्घटना के बाद नींद से जागा प्रशासन,सड़क पर उतरा आरटीओ अमला

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दस्तावेजों की जांच प्रारंभ कोतवाली में वाहनों का अंबार

डिन्डोरी
डिन्डोरी  विगत दिनों थाना शहपुरा के अंतर्गत बिछिया पुलिस चौकी क्षेत्र अंर्तगत बड़झर के घाट में अनियंत्रित होकर पिकअप वाहन पलटने से 14 लोगों की मौत व 20 लोग  घायल हुए थे। शहपुरा विकासखंड के अम्हाई देवरी गांव से  चौक कार्यक्रम में शामिल होने मसूरघुघरी गए थे वहां से लौटते समय बिछिया चौकी अंतर्गत बड़झर घाट में पिकअप वाहन पलटने से  यह हादसा हुआ था सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बड़ी  सड़क दुर्घटना में मृत महिलाओं के गहने जेवर भी गायब होना बताया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर दुर्घटना में मृत लोगों के शव माल वाहक में ले जाना समझ से परे है। आखिर शवों को ले जाने की व्यवस्था प्रशासन क्यों नही कर पाया ? जिस पिक अप गाड़ी से हादसा हुआ उसके बीमा-फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर्ड थे

आखिर ऐसी कितनी गाड़ियाँ सड़क पर खुलेआम दौड़ रही है जिनके दस्तावेज दुरुस्त नहीं थे जिले में बड़ी सड़क दुर्घटना होने के बाद आज अचानक प्रशासन जाग गया और सुबह से ही आरटीओ खुद अपने अमले के साथ सड़क पर उतर आए। जिसमे यातातात पुलिस के अमले के साथ यातायात प्रभारी सुभाष उइके भी मौजूद थे मुख्य बस स्टैंड में वाहनों की जांच करते हुए एक बस क्र MP20PA4794 अर्चना ट्रेवल्स  पर चालानी  कार्रवाई की उक्त बस में टाइमिंग की समस्या थी ।निर्धारित समय सीमा में बस ना ले जाकर दूसरे टाइम में बस चलाई जा रही थी। इसके अलावा 2-4 ऑटो भी बिना दस्तावेज के पाए गए जिन पर नियम अनुसार चालानी कार्रवाई की गई।

जिले में अधिकतर लोडिंग वाहन बिना रजिस्ट्रेशन फिटनेस बीमा के बेखौफ चल रहे हैं,इन पर लगाम लगाना अति आवश्यक है, सबसे बड़ी बात यह है कि यहां पर प्रभारी आरटीओ है जो दो जिला देख रहे हैं यहां तत्काल एक अस्थाई आरटीओ की पदस्थापना की जाए आटो रिक्शा भी बिना परमिट धड़ल्ले से दौड़ रहें हैं। गाँव के लोग आटो रिक्शा खरीद तो लेते हैं पर वह सवारी लेकर मुख्यालय में आकर दिन भर सवारी में भरकर चलाते नजर आते हैं कितने आटो रिक्शा बिना  परमिट के चल रहे हैं

यहां आरटीओ चेकिंग कभी होती ही नहीं है, स्टाफ भी नहीं है, पुलिस ही दिनभर चलानी कार्यवाही करते हर तिराहे पर नजर आते हैं, सबसे ज्यादा मोटरसाइकिल की चालान काटा जाता है, बडे वाहनों  की संघन जांच की जाए तो वाहनों में कई चीजों की कमी मिल सकती है,बस भी बिना परमिट धड़ल्ले से चला रहे ,इनकी भी जांच होनी चाहिए। ऑटो चालकों ने भी बहुत हद तक यातायात व्यवस्था बिगाड रखी है सवारी के चक्कर में कहीं भी बीच सड़क पर ऑटो रोक देते हैं कहीं भी बिना संकेत दिए मुड जाते हैं। अब कार्यवाही के डर से बिना दस्तावेज वाले बस और ऑटो सभी सड़क से गायब हो रहे हैं । यातायात प्रभारी सुभाष उइके ने लगातार चालानी कार्यवाही के संकेत दिए हैं ओवरलोड गाड़ियों पर भी जल्द ही शिकंजा कसने की बात कही है।