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सर्वश्रेष्ठ बनने के लिये एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी जीतना अहम : हार्दिक

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सर्वश्रेष्ठ बनने के लिये एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी जीतना अहम : हार्दिक

रणजी सेमीफाइनल : आत्मविश्वास से भरे विदर्भ का सामना मध्यप्रदेश से

मुंबई और तमिलनाडु के बीच रणजी सेमीफाइनल में नजरें श्रेयस अय्यर पर

नई दिल्ली
भारतीय पुरूष हॉकी टीम के उपकप्तान हार्दिक सिंह का मानना है कि पिछले साल एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी खिताब से उनकी टीम की उपलब्धियों की नींव पड़ी और दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनने के लिये यह खिताब बरकरार रखना अहम होगा।

भारतीय टीम ने पिछले साल एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने के बाद एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर सीधे पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया। इसके अलावा एफआईएच प्रो लीग में भी अच्छा प्रदर्शन किया। एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी का अगला सत्र चीन में आठ से 17 सितंबर तक खेला जायेगा।

हार्दिक ने हॉकी इंडिया की एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भविष्य में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिये टीम ने उस टूर्नामेंट को स्प्रिंगबोर्ड की तरह लिया। हम इस बार भी खिताब बरकरार रखने की पूरी कोशिश करेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनना है और इस सफर में यह महत्वपूर्ण कदम है।''

हार्दिक ने कहा, ‘‘चेन्नई में एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी शानदार टूर्नामेंट था। हम नये मुख्य कोच क्रेग फुल्टोन की शैली के अनुरूप ढल रहे थे और स्वर्ण पदक इसका परिचायक है कि हम सही दिशा में जा रहे हैं।''

रणजी सेमीफाइनल : आत्मविश्वास से भरे विदर्भ का सामना मध्यप्रदेश से

नागपुर
मध्यप्रदेश की टीम शनिवार से शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में विदर्भ के खिलाफ उतरेगी तो आत्मविश्वास से ओतप्रोत मेजबान को उसके गढ में हराना आसान नहीं होगा।

दो बार के चैम्पियन विदर्भ ने वीसीए स्टेडियम पर इस सत्र में चार मैच खेलकर तीन जीते और सौराष्ट्र के खिलाफ एकमात्र मैच गंवाया है। उसने सेना को सात विकेट से, हरियाणा को 115 रन से और कर्नाटक को क्वार्टर फाइनल में 127 रन से मात दी। विदर्भ की ताकत उसके बल्लेबाजों का शानदार फॉर्म रही है। करूण नायर (515 रन), ध्रुव शोरे (496 रन), अथर्व तायडे (488 रन) और कप्तान अक्षय वाडकर (452 रन) सभी ने रन बनाये हैं।

नागपुर की पिच बल्लेबाजों की मददगार रही है लेकिन विदर्भ के दो गेंदबाजों तेज गेंदबाज आदित्य ठाकरे और बायें हाथ के स्पिनर आदित्य सरवटे ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मिलकर 68 विकेट चटकाये हैं।

दूसरी ओर 2022 की चैम्पियन मध्यप्रदेश टीम ने आठ लीग मैचों में तीन जीत दर्ज की और बाकी में पहली पारी की बढत हासिल की। आंध्र के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में भी हार की कगार पर पहुंचकर उसने चार रन से जीत दर्ज की।

मध्यप्रदेश के लिये वेंकटेश अय्यर तुरूप का पत्ता साबित हुए हैं जिन्होंने 528 रन बनाये। हिमांशु मंत्री ने 513 और यश दुबे ने 510 रन जोड़े हैं। टीम को रजत पाटीदार की कमी नहीं खली जो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम में हैं।

गेंदबाजी में कुमार कार्तिकेय ने फिरकी का अच्छा जाल बुना है। वह इस सत्र में 38 विकेट ले चुके हैं। स्पिनर सारांश जैन ने 27 और बायें हाथ के तेज गेंदबाज कुलवंत खेजरोलिया ने 26 विकेट चटकाये हैं। मध्यप्रदेश के पास चंद्रकांत पंडित जैसा कुशल कोच है जो 2017.18 और 2018.19 में विदर्भ को खिताब दिला चुके हैं।

 

मुंबई और तमिलनाडु के बीच रणजी सेमीफाइनल में नजरें श्रेयस अय्यर पर

मुंबई
खराब दौर से जूझ रहे भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर तमिलनाडु के खिलाफ शनिवार से शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के जरिये 41 बार की चैम्पियन मुंबई के लिये घरेलू क्रिकेट में वापसी करेंगे तो उनका इरादा अपनी उपयोगिता साबित करने का होगा।

भारतीय टेस्ट टीम से बाहर अय्यर को रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल नहीं खेलने के कारण बीसीसीआई का केंद्रीय अनुबंध गंवाना पड़ा है। वह अब ग्रोइन की चोट से उबरकर सेमीफाइनल खेलने के लिये फिट हैं।

तमिलनाडु की स्पिन गेंदबाजी के सामने मुंबई की बल्लेबाजी का दारोमदार बहुत हद तक अय्यर पर होगा। तमिलनाडु के कप्तान आर साइ किशोर (47 विकेट) और बायें हाथ के स्पिनर एस अजित राम (41) इस सत्र में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में हैं।

मुंबई के लिये कप्तान अजिंक्य रहाणे को छोड़कर सभी बल्लेबाजों ने योगदान दिया है। रहाणे छह मैचों में एक ही अर्धशतक बना सके हैं। वहीं मुंबई का एक भी गेंदबाज शीर्ष दस में नहीं हैं। मोहित अवस्थी 32 विकेट लेकर 13वें स्थान पर है लेकिन गेंदबाजों ने एक ईकाई के रूप में शानदार प्रदर्शन किया है।

मुंबई ने क्वार्टर फाइनल में बड़ौदा पर पहली पारी की बढत के आधार पर अंतिम चार में जगह बनाई। युवा मुशीर खान ने नाबाद 203 रन बनाये जबकि दसवें और 11वें नंबर के बल्लेबाज तनुष कोटियान और तुषार देशपांडे ने भी शतक जड़ा। वहीं तमिलनाडु ने गत चैम्पियन सौराष्ट्र को हराया।

यह देखना होगा कि तमिलनाडु के एन जगदीशन (821 रन) खोया फॉर्म हासिल कर पाते हैं या नहीं। उन्होंने टूर्नामेंट के शुरूआती चरण में नाबाद 245 और 321 रन बनाये थे लेकिन पिछली सात पारियों में अर्धशतक भी नहीं बना सके।

बाबा इंद्रजीत (686) ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। हरफनमौला वॉशिंगटन सुंदर के आने से तमिलनाडु का आक्रमण और मजबूत हुआ है।

मुंबई के पास शीर्ष क्रम में पृथ्वी साव और भूपेन लालवानी जैसे बल्लेबाज हैं जबकि निचले क्रम में हरफनमौला शार्दुल ठाकुर और शम्स मुलानी हैं। तमिलनाडु की बल्लेबाजी जगदीशन, इंद्रजीत और प्रदोष रंजन पॉल पर टिकी होगी जबकि तेज गेंदबाज संदीप वारियर का साथ देने के लिये स्पिनर साइ किशोर और अजित हैं।