Home राज्यों से चाय पीते-पीते लग गई नौकरी लग गई, ना कोई परीक्षा और ना...

चाय पीते-पीते लग गई नौकरी लग गई, ना कोई परीक्षा और ना कोई इंटरव्यू

9

राजसमंद
 जब किस्मत मेहरबान होती है तो कुछ ऐसा ही होता है, जो 32 साल के प्रहलाद सिंह के साथ हुआ है । प्रहलाद सिंह ने इसी महीने राजस्थान के राजसमंद जिले में देवगढ़ कस्बे में स्थित उपखंड कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी ज्वाइन कर ली है । इस नौकरी के लिए प्रहलाद सिंह ने ना तो कोई परीक्षा दी थी और ना ही कहीं कोई इंटरव्यू दिया था, लेकिन सरकार ने बुलाकर उसे यह नौकरी दी है । प्रहलाद सिंह की कहानी बेहद ही रोचक है। इसका सीधा कनेक्शन 28 जून 2022 को राजस्थान के उदयपुर जिले में कन्हैयालाल टेलर हत्याकांड से है।

कन्हैयालाल के हत्यारों की वजह से लगी नौकरी

दरअसल 28 जून को उदयपुर में कन्हैयालाल टेलर नाम के एक व्यक्ति की निरमम हत्या कर दी गई थी । गौस मोहम्मद और एक अन्य आरोपी ने कन्हैया लाल की दुकान में घुसकर मीट काटने वाले चाकू से कन्हैया लाल के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे । इस घटना की सूचना जैसे ही पुलिस को लगी पुलिस ने तुरंत पूरे राजस्थान में अलर्ट घोषित कर दिया। कुछ देर बाद ही कन्हैयालाल के हत्यारे ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया और इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली।

चाय पीते वक्त आया एक फोन…

पुलिस उनके पीछे हो गई। पुलिस को पता लगा कि दोनों हत्यारे उदयपुर के नजदीक स्थित जिले राजसमंद की तरफ रवाना हुए हैं। राजसमंद जिले के बाहरी क्षेत्र में स्थित भीम उपखंड में ताला गांव में प्रहलाद सिंह अपने दोस्त के साथ चाय की थड़ी पर बैठकर चाय पी रहा था । यह थड़ी हाईवे पर थी। हत्यारे उसी तरफ अपनी बाइक से गुजर रहे थे। इसी दौरान प्रहलाद सिंह को अपने किसी पुलिसकर्मी साथी का फोन आया उसने गौस मोहम्मद का वीडियो शेयर किया और कहा यह राजसमंद की तरफ भागे हैं, इन पर नजर रखें।

भजनलाल सरकार ने बुलाकर दी नौकरी

प्रहलाद सिंह फोन पर बात कर रहा था और सामने से हत्यारे गुजर रहे थे। उसने तुरंत फोन काटा अपनी बाइक उठाई, दोस्त को बिठाया और उनके पीछे बाइक दौड़ा दी। कुछ किलोमीटर जाकर पुलिस को भी सूचना दी गई। कई थानों की पुलिस ने गौस मोहम्मद और दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया । अशोक गहलोत सरकार ने प्रहलाद सिंह को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन सरकार 2 साल में उसे नौकरी नहीं दे पाई।‌ अब भजनलाल सरकार ने प्रहलाद सिंह को बुलाकर उसकी योग्यता और शिक्षा के आधार पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी दी है।