लखनऊ
उत्तर प्रदेश के चर्चित आईएएस अफसर रहे अभिषेक सिंह ने पिछले साल अक्टूबर में इस्तीफा दे दिया था। करीब पांच महीने बाद केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद यूपी सरकार ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल इस समय बांदा की डीएम हैं। यूपी की राजनीतिक गलियारे में अभिषेक सिंह के जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के चर्चाएं तैर रही हैं। कई फिल्मों और म्यूजिक वीडियो में काम कर चुके अभिषेक सिंह का करियर हमेशा विवादों में रहा। लंबी गैरहाजिरी के कारण वह फरवरी, 2023 से सस्पेंड चल रहे थे। अभिषेक अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों के साथ फोटो शेयर करते रहते हैं।
अभिषेक सिंह को वर्ष 2015 में तीन साल के लिए दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था। 2018 में यह अवधि दो साल के लिए और बढ़ा दी गई, लेकिन उस दौरान वे मेडिकल लीव पर चले गए। इसके बाद दिल्ली सरकार ने अभिषेक को वापस उनके मूल कैडर यूपी भेज दिया। लंबे समय तक उन्होंने यूपी में नौकरी जॉइन नहीं किया। नियुक्ति विभाग को उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया। बाद में 30 जून, 2022 को उन्होंने जॉइन किया।
गुजरात में चुनाव ड्यूटी के दौरान हुआ विवाद
2022 में अभिषेक सिंह को गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से प्रेक्षक बनाया गया। उन्होंने प्रेक्षक ड्यूटी का कार्यभार ग्रहण किया। इसी दौरान सरकारी कार के आगे फोटो खिंचवाकर इसे सोशल मीडिया पर डालने की वजह से वे चर्चा में आ गए। चुनाव आयोग ने इसे अनुशासनहीनता माना और उन्हें 18 नवंबर 2022 को प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया। गुजरात से लौटने के बाद अभिषेक सिंह ने यूपी में फिर अपनी ड्यूटी जॉइन की। इसलिए यूपी सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था।
जौनपुर में पहली बार कराया गणेशोत्सव
अभिषेक सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा उस समय से ज्यादा तेज हो गई जब उन्होंने पिछले साल जौनपुर में पहली बार भव्य गणेशोत्सव कराने और बालीवुड की हस्तियों को बुलाकर सांस्कृतिक आयोजन का ऐलान कर दिया। इस ऐलान के बाद ही तय हो गया कि वह अगले लोकसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं। गणेशोत्सव में अपनी ऐलान को पूरा किया और फिल्मी हस्तियों को देखने के लिए जौनपुर वालों की हुजूम उमड़ पड़ा। नेता बनने की ख्वाहिश पर मीडिया ने उनसे पूछा भी और इनकार नहीं किया। ऐसे में माना जा रहा है कि अगले चुनाव में वह उतरने वाले हैं। अब अचानक इस्तीफा देकर अपनी मंशा को अभिषेक सिंह ने साफ कर दिया है।
गणेशोत्सव में फिल्मी हस्तियों के साथ ही अभिषेक सिंह के बुलावे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी पहुंचे थे। अगर अभिषेक सिंह भाजपा से टिकट के दावेदार होते हैं तो जौनपुर से केपी सिंह के साथ ही पहला मुकाबला उन्हें करना होगा। इस समय बसपा के श्याम सिंह यादव जौनपुर के सांसद हैं। श्याम सिंह यादव ने पहले अमित शाह और नितिन गडकरी से मुलाकात की थी। इधर बीच वह कांग्रेस के करीब नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा से कोई तवज्जों नहीं मिलने पर ही वह इंडिया गठबंधन से टिकट लेने की कोशिश में हैं।
जौनपुर में ला चुके हैं कई सिलेब्रिटीज
पिछले कई महीनों से अभिषेक सिंह जौनपुर में राजनीतिक और सामाजिक रूप से सक्रिय चल रहे हैं। फरवरी की शुरुआत में उन्होंने जौनपुरवासियों के लिए नि:शु्ल्क अयोध्या धाम की यात्रा शुरू की है। इस यात्रा में रोजाना 5 बसें श्रद्धालुओं को लेकर अयोध्या धाम जाएंगी और उन्हें शाम को जौनपुर छोड़ेंगी। अभिषेक ने इसका वीडियो संदेश भी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर डाला था। अभिषेक ने बसों का नाम जौनपुर निषाद रथ रखा। चर्चा है कि अभिषेक जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। जौनपुर में निषाद निर्णायक भूमिका में हैं। इससे पहले भी अभिषेक जौनपुर में कई सिलेब्रिटीज को जौनपुर ला चुके हैं। अक्सर वह जौनपुर में जनता के लिए बड़े-बड़े कार्यक्रम भी आयोजित करते रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा होती है।