मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध जनकवि और गीतकार स्वर्गीय श्री लक्ष्मण मस्तुरिया की 3 नवम्बर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने श्री मस्तुरिया को याद करते हुए कहा कि श्री मस्तुरिया ने अपने गीतों और सुमधुर आवाज से छत्तीसगढ़ के हर वर्ग के दिल में जगह बनाई। उनके गीतों में छत्त्तीसगढ़ की माटी की सौंधी महक और यहां के लोक-जीवन की झलक रहती थी। उन्होंने कई छत्तीसगढ़ी फिल्मों के लिए लोकप्रिय गीतों की रचना करने के साथ ‘लोकसुर’ नामक मासिक पत्रिका का भी सम्पादन और प्रकाशन भी किया। कला जगत में उनके इस योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनकी छत्तीसगढ़ की संस्कृति को जीवंत बनाने और उनकी कला साधना से नवोदित कलाकारों को प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार ने राज्य अलंकरण श्रेणी में लोकगीत के क्षेत्र में “लक्ष्मण मस्तुरिया पुरस्कार” देने की घोषणा की है।