जामताड़ा
झारखंड के जामताड़ा से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां जामताड़ा-करमाटांड़ के कलझारियों के पास ट्रेन की चपेट में आने से 12 लोगों के मौत की सूचना है। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, हादसा जामताड़ा-करमाटांड़ के कालझरिया के पास हुआ। दर्दनाक हादसे के बाद रेलवे ट्रैक पर यात्रियों का सामान, जूता-चप्पल और शव इधर-उधर बिखरे मिले।
रेलवे प्रशासन, रेलवे पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी घायल व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने ट्वीट कर इस हादसे पर दुख प्रकट किया। उन्होंने लिखा कि दुर्घटना की खबर से मन व्यथित है। ईश्वर दिवगंत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को दुख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें।
कैसे हुआ हादसा?
अंग एक्सप्रेस में आग लगने की सूचना पर अचानक रोक दिया गया। आग लगने की सूचना पर यात्री ट्रेन से कूद गए।जैसे ही वे पटरी पर कूदे सामने से आ रही झाझा-आसनसोल ट्रेन की चपेट में आ गए। जामताड़ा के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि कालाझरिया रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन ने यात्रियों को कूचल दिया। कुछ मौतों की सूचना मिली है। मौतों की सही संख्या की पुष्टि बाद में की जाएगी। मेडिकल टीमें और एम्बुलेंस मौके पर पहुंच चुकी है।
इन मृतकों की हुई पहचान
जान गंवाने वालों की पहचान की जा रही है। अब तक दो मृतकों की पहचान हो चुकी है। एक का नाम मनीष कुमार बताया जा रहा है। जिसका आधार कार्ड रेलवे ट्रैक पर पाया गया। मनीष कटिहार बिहार का रहने वाला है। जबकि दूसरे मृतक की पहचान सिंकदर कुमार पिता आदिकाल यादव के रूप में हुई है। जो जमुई का रहने वाला है।
रेलवे प्रशासन ने कहा
आग लगने की सूचना को प्रशासन ने नकार दिया है। पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने कहा कि ट्रेन संख्या 12254 से कम से कम दो किमी दूर ट्रैक पर चल रहे दो व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गए। आग लगने की कोई घटना नहीं हुई। फिलहाल दो मौतों की पुष्टि हो चुकी है। मृतक यात्री नहीं थे बल्कि ट्रैक पर चल रहे थे। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जेएसी समिति का गठन किया गया है।
इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे
जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि ये दुखद घटना है। मैंने इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं। इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा।