नई दिल्ली
भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन एक खास क्लब में शामिल होने जा रहे हैं। धर्मशाला में 7 मार्च 2024 को जब अश्विन इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में उतरेंगे तो वे देश के उन धुरंधर खिलाड़ियों के क्लब में शामिल हो जाएंगे, जिन्होंने भारतीय टेस्ट टीम के लिए 100 या इससे ज्यादा मैच खेले हैं। आर अश्विन इस उपलब्धि को हासिल करने वाले देश के 14वें खिलाड़ी बनने जाएंगे।
अश्विन से पहले सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, अनिल कुंबले, कपिल देव, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर, सौरव गांगुली, विराट कोहली, ईशांत शर्मा, वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और चेतेश्वर पुजारा 100 या इससे ज्यादा टेस्ट मैच देश के लिए खेल चुके हैं। भारत के लिए सबसे पहले 100 टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ी सुनील गावस्कर थे। उनके बाद कपिल देव और दिलीप वेंगसरकर का नाम आता है।
देश के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने की बात आती है तो सबसे ऊपर नाम सचिन तेंदुलकर का आता है। वह भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 200 टेस्ट मैच खेले हैं। अश्विन की बात करें तो वे दुनिया के 76वें खिलाड़ी बन जाएंगे, जिन्होंने 100 या इससे ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं। अगर जॉनी बेयरेस्टो को मौका मिलता है तो वह भी धर्मशाला में 100वां टेस्ट मैच खेल सकते हैं। उनकी फॉर्म इस दौरे पर खराब रही है।
अश्विन ने अब तक खेले 99 टेस्ट मैचों में भारत के लिए 507 विकेट निकाल चुके हैं। 35 बार उन्होंने टेस्ट में फाइव विकेट हॉल प्राप्त किया है और 8 बार मैच में 10 या इससे ज्यादा विकेट निकालने में सफल हुए हैं। 24 बार वे फोर विकेट हॉल प्राप्त कर चुके हैं। बल्लेबाज के तौर पर 99 मैचों की 1400 पारियों में अश्विन ने 5 शतक और 14 अर्धशतकों के साथ 3309 रन बनाए हैं। अश्विन देश के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट चटकाने वाले दूसरे गेंदबाज हैं।