अहमदाबाद
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और तगड़ा झटका लगा है। अब गुजरात के दिग्गज कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री नारण राठवा ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है और भाजपा का दामन थामने जा रहे हैं। वहीं उनके बेटे संग्राम राठवा भी भाजपा में जाने की तैयारी कर चुके हैं। बता दें कि कुछ सही समय में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा गुजरात पहुंचने वाली है। उससे पहले यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। जब से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा हुई है तब से मिलिंद देवड़ा, बाबा सिद्दीकी, अशोक चह्वान समेत कई दिग्गज नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का टारगेट गुजरात में आदिवासी समुदाय है। वहीं नारण राठवा भी आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। ऐसे में गुजरात में इसे भाजपा के बड़े गेम प्लान के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि नाराण राठवा कांग्रेस के पुराने नेता हैं। वहां पांच बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा जा चुके हैं। वह 1998 से लगातार पांच बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। इसके अलावा 2004 से 2009 तक रेल राज्य मंत्री रहे। हालांकि 2009 में उन्हें भाजपा प्रत्याशी रामसिंह राठवा के सामने हार का सामना करना पड़ा था।
गुजरात में अभी कांग्रेस को और भी झटके लग सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि अहमद पटेल भी कांग्रेस नेतृत्व से नाराज है। दरअसल दिल्ली के बदले आम आदमी पार्टी ने अन्य राज्यों में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर सहमति बनाई है। ऐसे में चर्चा है कि भरूच सीट आम आदमी पार्टी को दी जा सकती है। वहीं अहमद बटेल की बेटी मुमताज पटेल या फिर उनके भाई फैसल को यहां से टिकट पाने की उम्मीद थी। ऐसे में चर्चा है कि अहमद पटेल भी कांग्रेस से नाराज हैं।
जानकारों का कहना है कि नारण राठवा के भाजपा में शामिल होने से पार्टी का आदिवासी बेल्ट में फायदा मिलने की उम्मीद है। संभावना है कि भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी नारण राठवा या फिर उनके बेटे को लोकसभा का टिकट दे सकती है।