Home मध्यप्रदेश सिटी सेंटर की तरह विकसित होंगे देश के 554 रेलवे स्टेशन

सिटी सेंटर की तरह विकसित होंगे देश के 554 रेलवे स्टेशन

9

भोपाल

प्रदेश के 33 रेलवे स्टेशनों की शक्ल बदलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आज मध्यप्रदेश के 33 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प के साथ ही प्रदेश के 133 रोड ओवर ब्रिज और अंडर पास का शिलान्यास और लोकार्पण वर्चुअल रूप से किया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव  सीहोर से इस कार्यक्रम मे शामिल हुए। केन्द्रीय रेल संचार एवं इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे और केन्द्रीय रेल एवं वस्त्र राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने भी इस कार्यक्रम में सहभागिता की।

प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अनेक रेल परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।  देश के 544 रेलवे स्टेशन पुनर्विकास के लिए चुने गए हैं।   मप्र के अलावा उत्तर रेलवे के 92 आरओबी व आरयूबी जिसमें 56 उत्तर प्रदेश में, 17 हरियाणा में, 13 पंजाब में, दिल्ली में चार, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में एक-एक शामिल हैं, का शिलान्यास किया गया गया। इनमें लखनऊ मंडल में 43, दिल्ली मंडल में 30, फिरोजपुर मंडल में 10, अंबाला मंडल में सात और मुरादाबाद मंडल में दो आरओबी व आरयूबी शामिल हैं।

मप्र के लिए 15 हजार 143 करोड़ रुपए मंजूर

  • 133 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास बनेंगे: प्रधानमंत्री  मोदी ने मध्यप्रदेश के 33 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए शिलान्यास के साथ ही 133 रोड ओवर ब्रिज एवं अंडरपास का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। मध्यप्रदेश में रेल अधोसंरचना के विकास के अंतर्गत वर्तमान वर्ष में 15 हजार 143 करोड़ रूपए की राशि मंजूर की गई है। प्रदेश में 77 हजार 800 करोड़ से अधिक की 32 परियोजनाएं क्रियान्वित हो रही हैं। जबलपुर रेल मंडल में दो और भोपाल रेल मंडल के चार आरओबी बनेंगे। अंडरपास के अंतर्गत जबलपुर में एक एवं भोपाल मंडल में दो स्थानों पर कार्य होंगे।  मानवयुक्त समपार फाटकों को खत्म करने के लिए ये आरओबी/अंडरपास बनाए जा रहे है।
  • इन 33 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास: जिन 33 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास के लिए शिलान्यास किया गया उनमें जबलपुर और भोपाल रेल मंडल के पांच-पांच स्टेशन शामिल हैं। पुनर्विकास के लिए चयनित स्टेशनों में सीहोर, जबलपुर, बीना, अशोकनगर, खिरकिया, सांची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवां, नरसिंहपुर, पिपरिया, इन्दौर, उज्जैन, मंदसौर, मक्सी, नागदा, नीमच, शुजालपुर, खाचरोद, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खण्डवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, मुरैना, हरपालपुर, दतिया और भिंड स्टेशन शामिल हैं।
  • 41000 करोड़ की परियोजना: 41,000 करोड़ रुपए से अधिक की लगभग दो हजार रेलवे और बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शामिल हैं। इसमें 533 रेलवे स्टेशनों को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से चुना गया है। स्टेशनों का 19,000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा। शेष राशि अन्य परियोजनाओं पर खर्च होगी।
  • स्टेशनों पर सुविधाएं: स्टेशन सिटी सेंटर के रुप में विकसित होंगे। इनमें रुफ प्लाजा, शॉपिंग जोन, फूड कोर्ट, बच्चों के खेलने के क्षेत्र, अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार बहुस्तरीय पार्किंग , एस्केलेटर, लाउंज, प्रतीक्षालय, ट्रेवलेटर, दिव्यांगों के अनुकूल सुविधाएं होगीं।