छिंदवाड़ा
मध्य प्रदेश में इंटरमीडिया और हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं. नकलविहीन परीक्षाओं के लिए बोर्ड ने कई सुरक्षा इंतजाम किए हैं. लेकिन इस बीच नकल नहीं कराने पर केन्द्राध्यक्ष को जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है. शासकीय बालक उमावि चांद एग्जाम सेंटर के केन्द्राध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि एक शख्स ने उन पर नकल कराने के लिए दबाव डाला है. इतना ही नहीं एग्जाम सेंटर पर पहुंचकर उन्हें नकल नहीं कराने पर जान से मारने की धमकी दी है.
नकल का दबाव बनाने और जान से मारने की धमकी का आरोप
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में शासकीय बालक उमावि चांद के केन्द्राध्यक्ष संजय नागले ने इसकी शिकायत पुलिस के अलावा माध्यमिक शिक्षा मंडल सचिव और जिला प्रशासन के अधिकारियों को कर दी है. केन्द्राध्यक्ष संजय नागले ने बताया कि 16 फरवरी को शासकीय बालक उमावि चांद गुमगांव निवासी रामकुमार दीक्षित ने आकर धमकाया और केन्द्र में नकल नहीं करने देने पर जान से मारने की धमकी दी है. इस मामले में पुलिस ने आरोपी रामकुमार दीक्षित के खिलाफ अपराध के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
शिकायतकर्ता संजय नागले ने पुलिस को की गई शिकायत में बताया कि शासकीय एमएलबी स्कूल छिंदवाड़ा में उच्च माध्यमिक शिक्षक के पद पर हैं. एमपी बोर्ड की परीक्षा में उन्हें शासकीय बालक उमावि चांद में केन्द्राध्यक्ष बनाया गया है. 16 फरवरी को केन्द्र में सुबह 8.35 से 8.50 बजे के आसपास स्कूल के मुख्य गेट पर गुमगांव निवासी रामकुमार दीक्षित ने नकल कराने का दबाव बनाते हुए जान से मारने की धमकी दी थी.
आरोपी के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, इस दौरान आरोपी ने अपशब्द और अभद्र व्यवहार भी किया. इतना ही नहीं परीक्षा कार्य में व्यवधान डालते हुए खुद को भाजपा नेता बता रहा था. जिस दौरान यह घटना हो रही थी उस दौरान स्कूल स्टॉफ और कलेक्टर प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे. केन्द्राध्यक्ष की शिकायत पर आरोपी रामकुमार दीक्षित पर भादवि की धारा 452, 353, 506, मप्र मान्यता प्राप्त परिक्षाएं अधिनियम 1937 के तहत 3ई/4 के तहत मामला दर्ज किया गया है. केन्द्राध्यक्ष ने इसकी शिकायत सचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल सचिव को भी की है.
आरोपी की बेटी एग्जाम सेंटर पर पेपर दे रही थी
केंद्र अध्यक्ष संजय नागले ने बताया कि जिस केंद्र में वह केंद्र अध्यक्ष बने हैं वहां धमकी देने वाले आरोपी रामकुमार दीक्षित की बेटी भी पेपर दे रही थी. रामकुमार दीक्षित ने कहा कि तुम स्कूल में नकल नहीं करने दे रहे हो खासकर मेरे बच्चों को ज्यादा डिस्टर्ब कर रहे हो, अगर तुमने नकल नहीं कराई तो मैं जान से मार दूंगा.
आरोपी रामकुमार ने विवाद से इनकार किया
इस मामले में आरोपी रामकुमार सिंह दीक्षित का कहना है कि उनका किसी भी तरह से केंद्र अध्यक्ष के साथ कोई विवाद नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि इस परीक्षा केंद्र में उनकी बेटी भी बायोलॉजी का पेपर दे रही थी, वहीं बच्चों को सही समय पर पानी नहीं मिल पा रहा था जिसे लेकर उन्होंने केंद्र अध्यक्ष से व्यवस्था बनाने की बात की थी. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं, मुझ पर लगाए सारे आरोप निराधार है.