दौसा.
शुक्रवार देर शाम शहर के वकीलों ने न्यायालय भवन को नए भवन में शिफ्ट किए जाने को लेकर पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे वकीलों का कहना है कि नए न्यायालय भवन में वकीलों के बैठने के लिए चैंबर नहीं हैं, साथ ही आमजन के लिए भी कोई सुविधा नहीं है। बांदीकुई शहर से करीब 7 किमी दूर कोलाना में बने नए भवन में न्यायालय परिसर शिफ्ट किए जाने को लेकर वकीलों का कहना है कि जब तक नया परिसर सारी सुविधाओं से युक्त नहीं हो जाता तब तक उसे शिफ्ट नहीं किया जाना चाहिए।
बांदीकुई बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नवीन गुर्जर ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि बांदीकुई सब डिविजनल में स्थापित न्यायालय को बसवा में स्थानांतरित किया जा रहा है। इसे लेकर हमारी मांगें उच्च न्यायालय में रिट पिटीशन पेंडिंग हैं लेकिन पिछली तीन तारीखों से लगातार डेट चेंज की जा रही है। साथ ही रिट के पेंडिंग होने के बावजूद स्थानीय बांदीकुई न्यायाधीश द्वारा तीन बार न्यायालय को शिफ्ट करने के आदेश निकाले गए।
उन्होंने कहा कि रिट के पेंडिंग होने के कारण आदेश जारी हुए थे कि 2 मार्च को न्यायालय को नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा लेकिन शुक्रवार को कोर्ट पहुंचने पर पता चला कि 26 फरवरी को ही न्यायालय नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा। अधिवक्ताओं का कहना है कि हम लोगों के साथ होने वाले अन्याय की पैरवी करते हैं लेकिन हमारी स्वयं की सुनवाई नहीं की जा रही।
अधिवक्ताओं ने न्यायपालिका पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा विरोध मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा। विरोध प्रदर्शन कर रहे वकीलों की समझाइश के लिए मौके पर पहुंचे बांदीकुई डीएसपी ईश्वर सिंह ने बताया कि काफी समझाइश के बाद भी वकील टंकी से नीचे नहीं उतरे हैं। फिलहाल पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।