बरगी नहर के पानी से सतना की समृद्धि बढ़ेगी- उप मुख्यमंत्री शुक्ल
निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण करें : मंत्री काश्यप
मध्यप्रदेश भवन कैंटीन के खाद्य संचालकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम
भोपाल
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि अगस्त माह तक नर्मदा का जल बरगी नहर के माध्यम से सतना जिले के खेतों में आने वाला है। खेतों में सिंचाई की सुविधा से कृषि उत्पादन बढ़ेगा और क्षेत्र की समृद्धि में वृद्धि होगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने सतना के एकेएस विश्वविद्यालय परिसर में प्रदेश स्तरीय तृतीय कृषि विज्ञान मेले के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया।
कृषि देश के विकास की रीढ़
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि कृषि, देश के विकास की रीढ़ है। किसान समृद्ध होगा, तभी देश समृद्ध बनेगा। केंद्र और राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण और विकास की योजनायें क्रियान्वित कर रही हैं। किसानों की समृद्धि से व्यापार को मजबूती मिलती है। रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने आत्मा परियोजना के अंतर्गत चयनित उत्कृष्ट किसानों को पुरस्कारों का वितरण किया।
पारंपरिक खेती कई समस्याओं का हल
सांसद गणेश सिंह ने कहा कि आज के चुनौतीपूर्ण समय में पारंपरिक खेती कई समस्याओं का हल है। प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को जागरुक किया जाना अनिवार्य है। कृषि विज्ञान मेले में प्राकृतिक, जैविक और सटीक खेती की जानकारी कृषकों को प्रदान की गयी। विधायक चित्रकूट सुरेंद्र सिंह गहरवार, सहित स्थानीय जन प्रतिनिधि, कृषि वैज्ञानिक एवं किसान उपस्थित थे।
निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण करें : मंत्री काश्यप
भोपाल
सूक्ष्म,लघु एवम मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य काश्यप ने विभागीय और लघु उद्योग निगम के अंतर्गत आने वाले निर्माण कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए है। मंत्री काश्यप ने मंत्रालय में लघु सूक्ष्म और मध्यम उद्योग विभाग में निर्माणाधीन क्लस्टर और अधूरे संरचना विकास कार्यों की समीक्षा की।
मंत्रि काश्यप ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रगतिरत और अधूरे निर्माण कार्यों में आ रही कठिनाइयों को दूर कर शीघ्र पूर्ण करे। बैठक में सचिव एमएसएमई पी नरहरि प्रबंध संचालक लघु उद्योग निगम रोहित सिंह एवं अधिकारी उपस्थित थेl
मध्यप्रदेश भवन कैंटीन के खाद्य संचालकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम
भोपाल
मध्यप्रदेश भवन में मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा संचालित कैंटीन के खाद्य संचालकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम में खाद्य संरक्षा नियम और विनियमन, व्यक्तिगत स्वच्छता, एलर्जेन प्रबंधन, खाद्य परिचालन और नियंत्रण, दस्तावेजीकरण, लेबल लगाना, प्रशिक्षण पद्धतियां और खाद्य उद्योग में उभरती प्रवृत्तियां जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
उल्लेखनीय है कि खाद्य संरक्षा प्रशिक्षण और प्रमाणन (एफओएसटीएसी) कार्यक्रम के अंतर्गत एफएसएसएआई द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में स्थित सभी राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के भवनों और शासकीय कार्यालयों की कैंटीनों में खाद्य सुरक्षा इकोसिस्टम के संवर्द्धन के उद्देश्य से प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।