छतरपुर
लोकसभा चुनाव के लिए आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल सपा और कांग्रेस में हुए समझौते के तहत अब मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट पर समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी मैदान में होगा। हालाकि सपा के लिए यहां चुनौती आसान नहीं है क्योंकि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने खजुराहो लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली सभी आठ विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। हालाकि मध्य प्रदेश के सीमावर्ती उत्तर प्रदेश से सटी इस सीट पर सपा यहां से लोकसभा चुनाव में अच्छे परिणाम की आशा करेगी।
छतरपुर कटनी और पन्ना से जुड़ाव रखने वाला खजुराहो लोकसभा क्षेत्र भाजपा का मजबूत गढ़ रहा है। जहां से भाजपा के नाम पर जो भी उम्मीदवार उतरा उसे जनता ने जीत के सिंहासन पर बिठाया। इस लोकसभा सीट पर 1999 के बाद से भाजपा का लगातार कब्जा चला आ रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में मुरैना क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले डा विष्णु दत्त शर्मा (वीडी शर्मा) को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा था। उनके सामने राजनगर राजघराने की महारानी कविता सिंह कांग्रेस से चुनावी मैदान में थी, कविता सिंह को करारी हार झेलनी पड़ी। वीडी शर्मा ने यह चुनाव करीब पांच लाख वोटों से जीता था।
हालांकि खजुराहो लोकसभा सीट पर बाहरी चेहरों का कहीं न कहीं अंदरूनी विरोध होता रहा है। लेकिन स्थानीय लोगों के रग रग में बसती चली गई भाजपा का जब उम्मीदवार चुनावी मैदान में होता है तब बाहरी चेहरों को भी पार्टी के नाम पर पूरा समर्थन मिलता है। खजुराहो लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा क्षेत्र -चंदला, रामनगर, पवई, गुनौर, पन्ना, विजयराघवगढ़, मुड़वारा, बहोरीबंद