मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में टेक्सटाईल राउण्ड टेबल कॉन्फ्रेंस में देश के प्रमुख उद्यमियों से मध्यप्रदेश में निवेश के संबंध में चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उद्यमियों को आगामी 11-12 जनवरी 2023 को इंदौर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए आमंत्रित किया और प्रदेश में वस्त्र एवं परिधान क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर विस्तार से चर्चा की।
मध्यप्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में समृद्ध जल, वन, खनिज और कृषि संपदा है। दृढ़ इच्छा-शक्ति के साथ मध्यप्रदेश में परिवहन और ऊर्जा अधोसंरचना का उत्तम विकास हुआ है। उन्होंने बताया कि देश की जीडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान 3.6 प्रतिशत से बढ़ कर 4.6 प्रतिशत हो गया है। इस वर्ष मध्यप्रदेश की वर्तमान मूल्य पर विकास दर 19.76 प्रतिशत रही है, जो देश में सर्वाधिक है। प्रदेश में सिंचित क्षेत्र साढ़े 7 लाख हेक्टेयर से बढ़ कर 45 लाख हेक्टेयर हो गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश इन्वेस्टर फ्रेंडली प्रदेश है, जहाँ औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित करने सभी आधारभूत सुविधाएँ उपलब्ध हैं। उद्योग स्थापना के लिए पर्याप्त लैंड बैंक है। यहाँ 24X7 बिजली उपलब्ध है, जिसमें पवन और सौर ऊर्जा जैसे नवकरणीय बिजली उत्पादन को अधिक महत्व दिया जा रहा है। रीवा में सबसे बड़ा 750 मेगावाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित है। अब ओंकारेश्वर डेम में 600 मेगावाट क्षमता का फ्लोटिंग सोलर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जा रहा है।
स्किल्ड मेनपॉवर
उद्योगों के लिए स्किल्ड मेनपावर उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में सिंगापुर की सहायता से ग्लोबल स्किल पार्क की स्थापना की गई है। संभागीय स्तर पर 10 नए आईटीआई खोले गए हैं, जिनसे उद्योगों को अपनी आवश्यकतानुसार स्किल्ड मेनपावर आसानी से उपलब्ध हो सके।
‘ईज ऑफ़ डूईंग’ में आसान पेपर वर्क
‘ईज ऑफ डूईंग’ में उद्योग की स्थापना के लिए सारी अनुमतियाँ सिंगल विंडो व्यवस्था द्वारा आसानी से दी जाती हैं, साथ ही निवेश नीतियों को सरल बनाया गया है, जिससे उद्योग स्थापना में सरलता आई है। उद्योग स्थापना संबंधी नीतियों में समय-समय पर उद्योगपतियों से चर्चा कर बदलाव किया जा रहा है।
निवेश प्रोत्साहन के जरिए ‘सर्वे भवंतु सुखिन:’ के प्रयास
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन के जरिए ‘सर्वे भवंतु सुखिनः’ के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन से उद्योग स्थापित होंगे, जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। आजीविका के साधन सरलता से उपलब्ध होने पर सभी का जीवन आसान और सुखमय होगा।
मध्यप्रदेश सबको अपना बना लेता है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहाँ आपसी सद्भाव है। यहाँ जो भी आता है, प्रदेश उसको अपना बना लेता है। यहाँ हर दिशा से आने वाले सभी उद्योगपतियों का ह्रदय से स्वागत किया जाता है।
कॉन्फ्रेंस में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने भी संबोधन दिया। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन श्री संजय कुमार शुक्ला ने प्रेजेंटेशन से उपस्थित प्रतिनिधियों को मध्यप्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य की जानकारी दी।
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के सचिव श्री अनुराग जैन, वस्त्र मंत्रालय सचिव श्री उपेन्द्र प्रसाद सिंह सहित केंद्र शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उद्यमियों ने मध्यप्रदेश में भूमि आवंटन और मंजूरियों की गति, प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया, उत्तम उद्योग अधो-संरचना जैसी सुविधाओं के लिए धन्यवाद देते हुए प्रदेश में व्यापार सुगमता की प्रशंसा की। उद्यमियों ने प्रदेश के उद्योग परिदृश्य में सुधार के सुझाव भी दिए।