भोपाल
बिट्टन मार्केट में स्थित हाउसिंग बोर्ड के 40 वर्ष पुराने मंडल कार्यालय का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत पुराने भवन को तोड़कर यहां छह मंजिला नई इमारत बनाई जाएगी। साथ ही इसके भूतल पर दो मंजिल पार्किंग के लिए आरक्षित रहेगी। इस पूरी योजना में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नए भवन में होटल और जिम समेत अन्य व्यवसायिक कार्यालय बनाए जाएंगे।
इन खूबियों से लैस होगा भवन
खास बात यह है कि यह इमारत बिजली के मामले में आत्मनिर्भर होगी। इसके लिए भवन के छत पर सोलर पैनल भी लगाए जाएंगे। सीवेज के गंदे पानी को स्वच्छ बनाने के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाया जाएगा। इस परिसर में सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा, इसके लिए प्रत्येक तल में सीसीटीवी की व्यवस्था भी रहेगी।
तोड़ी जाएगी जर्जर इमारत
दरअसल बिट्टन मार्केट में हाट बाजार से लगी हुई हाउसिंग बोर्ड की 1.18 एकड़ जमीन है। इसमें दो इमारतें बनी हुई हैं। इनमें से एक इमारत का कुछ हिस्सा बीआइएस और भूतल पर बनी सात दुकानें निजी लोगों को बेच दी गई थी। वहीं 19 दुकानों को किराए पर दिया गया था। जबकि दूसरी व तीसरी मंजिल में मंडल कार्यालय का संचालन हो रहा था। इमारत पुरानी होने की वजह से यह जर्जर हो गई है। हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि बीआइएस वाले हिस्से को छोड़कर पूरी इमारत का रिडेंसीफिकेशन होना है। इसके लिए हाउसिंग बोर्ड ने डीपीआर तैयार कर ली है। अब अनुमति के लिए फाइल टीएडंसीपी को भेजी गई है। इसके पहले भवन को तोड़ने का काम शुरू हो गया है। अनुमति मिलते ही निर्माण कार्य भी शुरु कर दिया जाएगा।
दुकानदारों को निश्शुल्क मिलेगी नई दुकान
यहां संचालित दुकानों को शिफ्ट करने के लिए सामने पार्किंग की जगह में 26 अस्थाई दुकानें बनाई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि भूतल पर नई 26 दुकानें बनाई जाएंगी। जिन सात लोगों को पुराने भवन में दुकानें बेची जा चुकी हैं, उन्हें यहां नई दुकानें निश्शुल्क आवंटित होंगी। जबकि जो लोग किराए पर थे, उनसे निर्माण लागत की राशि वसूल करने के बाद आवंटन किया जाएगा।
अग्निसुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम
इस इमारत में 16 मीटर के भूतल में दो मंजिल पर पार्किंग होगी। पहली मंजिल पर कार्यालयों के लिए 24 कमरे बनाए जाएंगे। जबकि दूसरी मंजिल में खानपान से संबंधित आउडडोर रेस्टोरेंट, बंकेट हाल बनेंगे। तीसरी, चौथी और पांचवीं मंजिल में व्यवसायिक कार्यालय, विश्वस्तरीय होटल और मेहमानों के लिए कमरों का निर्माण होगा। इसके साथ ही इमारत में अग्निसुरक्षा से संबंधित इंतजाम किए जाएंगे। यहां फायर अलार्म सिस्टम और वाटर हाइड्रेंट समेत अन्य सुविधाएं होंगी।