प्रदेश में रबी कार्यक्रम वर्ष 2022-23 में आदान व्यवस्था बीज, उर्वरक वितरण और कृषि एवं उद्यानिकी फसलों के लिए ऋण वितरण की व्यवस्था के संबंध में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली।
डॉ. कमलप्रीत सिंह ने रबी सीजन में रासायनिक उर्वरकों तथा बीजों की व्यवस्था के लिए मार्कफेड, बीज निगम और अपेक्स बैंक से समन्वय स्थापित करने तथा सहकारी समितियों एवं निजी क्षेत्र में भण्डारण के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही बैठक में विभिन्न फसलों के क्षेत्राच्छादन और दलहन-तिलहन, मक्का-रागी फसल को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाने को कहा। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में देरी से मानसून आने के कारण उतेरा फसलों की संभावना अधिक होने के कारण क्षेत्राच्छादन में 2.75 लाख हेक्टेयर निर्धारित किया गया है।
8.10 करोड़ रूपए कृषि ऋण का लक्ष्य –
डॉ. कमलप्रीत ने कहा कि फसल ऋण के लिए 810 करोड़ रूपए की लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे प्राप्त करने के लिए अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक दलहन-तिलहन और उद्यानिकी फसलों के लिए लक्ष्य निर्धारित कर अधिक से अधिक ऋण वितरण करेें।
19.25 लाख हेक्टेयर में बोनी का लक्ष्य-
प्रदेश में रबी सीजन वर्ष 2021-22 में क्षेत्राच्छादन 18.30 लाख हेक्टेयर के विरूद्ध रबी वर्ष 2022-23 के लिए क्षेत्राच्छादन लक्ष्य 19.25 लाख हेक्टेयर प्रस्तावित किया गया है। रबी वर्ष 2021-22 में 2.07 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण किया गया था। साथ ही वर्ष 2022-23 के लिए 3.18 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें गेहूं एक लाख 25 हजार क्विंटल, चना 96 हजार 900 क्विंटल, मटर 15 हजार क्विंटल, सरसों 4450 क्विंटल एवं अन्य 77 हजार 50 क्विंटल शामिल हैं।
एक लाख 10 हजार क्विंटल बीज उपलब्ध –
बीज निगम में गेहूं 60 हजार 473 क्विंटल, चना 42 हजार 744 क्विंटल, मटर 355 क्विंटल, सरसों 710 क्विंटल एवं अन्य फसल बीज 5644 क्विंटल बीज उपलब्ध है। इस प्रकार कुल एक लाख 9 हजार 926 क्विंटल बीजों की उपलब्धता है, शेष बीजों की व्यवस्था बीज निगम द्वारा की जा रही है।
4.80 लाख मीटरिक टन खाद वितरण का लक्ष्य –
रबी मौसम में कुल 4 लाख 80 हजार मीटरिक टन रासायनिक उर्वरक वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें यूरिया 2 लाख 24 हजार मीटरिक टन, डीएपी 70 हजार मीटरिक टन, एमओपी 21 हजार टन, एनपीके 35 हजार टन एवं एसएसपी एक लाख 30 हजार मीटरिक टन शामिल हैं। वर्तमान में यूरिया एक लाख 85 हजार 349 मीटरिक टन, डीएपी 43 हजार 64 मीटरिक टन, एमओपी 18 हजार 642 मीटरिक टन उर्वरक उपलब्ध है, जिसमें सहकारी क्षेत्र में कुल एक लाख 49 हजार 265 मीटरिक टन तथा निजी क्षेत्र में एक लाख 75 हजार 463 मीटरिक टन उर्वरक शामिल हैं।