अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान द्वारा ”सतत् विकास के लिए भागीदारी एवं अनुभवों को साझा करने के लिए स्वंयसेवी संस्थाओं के दो दिवसीय सम्मेलन” में प्राप्त सुझावों के अनुरूप प्रथम चरण में प्रमुख विषयों पर प्रदेश की जमीनी स्तर पर कार्य कर रही स्वंयसेवी संस्थाओं की क्षमता वृद्धि के लिए भोपाल में कार्यक्रम किये जायेंगे। कार्यक्रम 31 अक्टूबर से शुरू होंगे। सभी कार्यक्रम 5-5 दिन के और आवासीय होंगे।
संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने बताया कि स्वंयसेवी संस्थाओं के उदय, उनकी शासन प्रणाली और स्वंयसेवी संस्थाओं की अवधारणा, संस्थागत विकास एवं गवर्नेंस पर क्षमता वृद्धि कार्यक्रम 31 अक्टूबर से 4 नवम्बर तक होगा। विकास कार्यक्रमों और उनका विषयवार विश्लेषण पर क्षमता वृद्धि कार्यक्रम 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक, बजट, रिसोर्स मोबलाईजेशन एवं कानूनी प्रक्रियाओं पर क्षमता वृद्धि कार्यक्रम 5 से 9 दिसम्बर तक और प्रभाव आकलन, संचार, शोध एवं दस्तावेजीकरण पर क्षमता वृद्धि का कार्यक्रम 19 से 23 दिसम्बर तक होगा।
विकास संचार एवं लेखन पर क्षमता वृद्धि का कार्यक्रम 12 से 16 दिसम्बर तक होगा। प्रभाव आकलन एवं मूल्यांकन अध्ययन पर क्षमता वृद्धि प्रमाण-पत्र का 5 दिवसीय कार्यक्रम आवासीय ऑफलाइन एवं 25 गैर-आवासीय ऑनलाइन कोर्स जनवरी 2023 में होंगे।
क्षमता वर्धन कार्यक्रमों के प्रथम चार चरणों का प्रमुख उद्देश्य प्रदेश में स्वंयसेवी संस्थाओं को उनकी मांग के अनुरूप सक्षम बना कर राज्य के बीच समन्वय एवं साझेदारी, सतत् विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण, कार्यक्रम क्रियान्वयन, लेखा, वैधानिक प्रक्रियाओं, फंड की प्राप्ति के उपायों आदि में क्षमतावान बनाना है। द्वितीय कार्यक्रम-विकास संचार एवं लेखन के माध्यम से विकास के क्षेत्र में कार्य कर रहे स्वतंत्र लेखक, पत्रकार, पत्रकारिता एवं जनसंचार के छात्र तथा स्वंयसेवी संस्थाओं में लेखन का कार्य करने वालों को आधुनिक तकनीकी में क्षमतावान बना कर उनकी कहानियों का प्रकाशन कराना है। इसी प्रकार तृतीय-प्रभाव आंकलन एवं मूल्यांकन अध्ययन पर क्षमता वृद्धि कार्यक्रम के माध्यम से संस्थाओं में कार्यरत शोध सहायकों, आकड़ों के संग्रहण एवं विश्लेषण के क्षेत्र में कार्यरत क्षेत्र अन्वेषकों आदि अन्य इच्छुक एवं योग्य व्यक्तियों को क्षमतावान बनाना तथा सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित कराना है।
इच्छुक स्वंयसेवी संस्थाए इन क्षमता वृद्धि कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए पात्र एवं योग्य प्रतिभागियों के प्रत्येक विषय में अलग-अलग नामांकन 19 अक्टूबर 2022 तक ई-मेल manoj.jain71@mp.gov.in पर अथवा कार्यालय के पते पर भेज सकते हैं।
संस्थान द्वारा गठित स्वंयसेवी संस्थाओं की समिति द्वारा नामांकित प्रतिभागियों में से प्रत्येक कोर्स के लिये 30-30 प्रशिक्षणार्थियों का चयन किया जाएगा। अंतिम रूप से चयनित प्रतिभागियों को निर्धारित अवधि में भोपाल में प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान संस्थान परिसर में प्रतिभागियों के ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था नि:शुल्क की जायेगी। भोपाल आने एवं वापिस जाने के किराये का भुगतान संबंधित संस्थाओं द्वारा वहन किया जायेगा।