Home मध्यप्रदेश परिवार का वातावरण आनंदमय होना जरूरी : राज्यपाल श्री पटेल

परिवार का वातावरण आनंदमय होना जरूरी : राज्यपाल श्री पटेल

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राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि परिवार का वातावरण स्वस्थ और आनंदमय रखना परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारी है। परिवार ईश्वर द्वारा प्रदत्त फूलों की बगियाँ है। बगियाँ में खिलने का स्वस्थ वातावरण समान रूप से सभी को मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि राजभवन परिवार के मुखिया के रूप में वह सभी के सुख-दुख में समान रूप से सहभागी हैं। सदैव उनका प्रयास अधिक से अधिक सहयोग का रहता है।

राज्यपाल श्री पटेल राजभवन में दीपावली के प्रसंग में आयोजित दीपोत्सव को सांदीपनि सभागार में सम्बोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कार्यक्रम में गीत, संगीत की प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के दलों को 11-11 हजार रुपए के पुरस्कार की घोषणा की। राज्यपाल ने श्री पटेल ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों के साथ दीपावली की शुभकामनाओं का पारस्परिक विनिमय किया। उन्हें दीपावली की सौगात भेंट की। सभागार में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा सहित राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि बच्चे निर्मल और कोमल होते हैं। परिवार के वातावरण का उन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। पति-पत्नी का यह दायित्व है कि बच्चों का लालन-पालन स्वस्थ वातावरण में हो। बच्चों के सामने माता-पिता विवाद नहीं करें। संयमित भाषा और आचरण का पालन करें। उन्होंने कहा कि व्यसन व्यक्ति की अवनति का पथ है। इसी तरह उन्नति के लिए प्रयास करना जरूरी है किंतु अति महत्वाकांक्षा रखना भी अनीति का मार्ग और पतन का कारक होता है। इसलिए जरूरी है कि न्याय संगत ढंग से जीवन यापन करते हुए क्षमता और पहुँच वाले लक्ष्य निर्धारित करें। क्रमिक प्रगति में आनंद और आत्म-संतोष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा सभी के जीवन में सुख और दुख का मिश्रण होता है। सुख में आनंद का अतिरेक नहीं करें। दुख में घबराए नहीं। दोनों अवस्थाओं में समान रहना सात्विक जीवन का मार्ग है। उन्होंने शुभकामना देते हुये कहा कि दीपावली के प्रकाश के समान सभी के परिवार में सुख, समृद्धि का उजाला हो।

राजभवन परिवार के अधिकारी-कर्मचारियों के बच्चों के दल ने ईश वंदना और दीपावली बधाई गीत एवं नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति प्रशिक्षक श्रीमती संघमित्रा के निर्देशन में दी। केंद्रीय जेल के आजीवन कारावास के बंदियों ने प्रशिक्षक श्री इम्तियाज अली के निर्देशन में तरंगित स्वर और ध्वनि की लहरियों से उत्सवी माहौल को नई ऊँचाई दी। दीपावली बधाई के मधुर गीत और देश-भक्ति गीतों के ओजस्वी गान ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संस्कृति विभाग के जनजातीय कला और बोली केंद्र बैतूल से आए कलाकारों ने गीत, नृत्य के संगम कोरकू जनजातीय नृत्य थापटी की प्रस्तुति से सभागार को लोक-कला की मीठी सुंगंध से महका दिया। कार्यक्रम स्थल की उत्सवी सजावट में महिला एवं बाल विकास विभाग के कलाकारों ने रंगोली में, रंगों की अद्भुत छठा बिखेर दी। कागज की रंगोलियों का अभिनव स्वरूप श्री अरुण फणनवीस ने निर्मित किया था।

राज्यपाल श्री पटेल ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। राज्यपाल का नन्हें बच्चों ने पुष्प-गुच्छ भेंटकर स्वागत किया।।