गौरेला/पेंड्रा/मरवाही/रायपुर.
जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग में सहायिका के पद पर फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे भर्ती कर फर्जीवाड़ा किये जाने का मामला सामने आया है। वहीं अब आंगनबाड़ी में फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे नियुक्ति प्राप्त करने वाले और नियुक्ति समिति के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्थानीय बीजेपी नेता ने संबंधित विभाग के साथ जीपीएम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
मामले में दोषी चयन प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। पूरा मामला गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले का है। जहां भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेताओं ने जीपीएम में कलेक्टर को एकीकृत बाल विकास परियोजना गौरेला के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्र मुड़ाटिकरा में शिवकुमारी पोर्ते के द्वारा सहायिका के पद पर फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नियुक्ति प्राप्त करने का शिकायत की है। कलेक्टर को मामले में ज्ञापन सौंपा है साथ ही भाजपा नेता ने नियुक्ति प्रक्रिया के समिति में शामिल अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्यवाही करने की मांग की। भाजपा नेता ने ज्ञापन के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई। आवेदिका शिवकुमारी पोर्ते वर्ष 2011-12 में कक्षा आठवीं सरस्वती शिशु मंदिर गिरवर से पास की।
वर्ष 2013 में कक्षा दसवीं छत्तीसगढ़ बोर्ड रायपुर से नियमित छात्र के रूप में उत्तीर्ण करती है। यह कक्षा नवमी में अध्ययन किए बिना संभव नहीं है। वहीं आवेदिका ने आठवीं की अंकसूची आवेदन करने के दौरान संलग्न न कर बाद में दावाआपत्ति करते हुए यह अंकसूची संलग्न किया। आठवीं और दसवीं की मार्कशीट में हुए फर्जीवाड़े को विकासखंड स्तरीय मूल्यांकन समिति के द्वारा भी नहीं देखा गया। अपात्र आवेदिका को नियुक्ति आदेश जारी कर दिया।