जैसलमेर.
जैसलमेर के नहरी क्षेत्र में वन विभाग की टीम को लेपर्ड नजर तो आया, लेकिन वह भीड़ को देखकर फिर भाग गया। वन विभाग और जोधपुर से लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज करने आई टीम ग्रामीणों के साथ लेपर्ड का लगातार पीछा कर रही है। लेकिन, पिछले 2 दिनों से लेपर्ड हाथ नहीं आ रही है। वन विभाग के डीएफओ पंकज गुप्ता ने बताया कि लेपर्ड झाड़ियों में छिपा नजर भी आया था, लेकिन भीड़ के कारण वह भाग गया। पंकज गुप्ता ने बताया कि लेपर्ड पहले भारत-पाक बॉर्डर की तरफ भागा था।
लेकिन अब वह उसी इलाके की तरफ लौट रहा है, जहां उसने बकरी का शिकार किया था। हमारी टीम उसे ट्रेंकुलाइज करने के लिए पगमार्क के जरिए उसका पीछा कर रही है। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द उसे पकड़ लिया जाए। उधर, लेपर्ड के आने से ग्रामीणों में भय का माहौल है। रविवार रात को नहरी क्षेत्र के चक 6 डीकेडब्ल्यूएम ढाकलवाला निवासी इस्माइलखां पुत्र गुल मोहम्मद की ढाणी के बाहर बंधी बकरी पर लेपर्ड ने हमला कर दिया था। हमले के बाद वह बकरी को करीब 2 किलोमीटर दूर घसीटकर ले गया और उसे अपना शिकार बनाया। सोमवार सुबह बकरी नहीं मिली तो इस्माइल खां ने पड़ोसियों से पूछताछ की। तलाश करने पर घर से दो किमी दूर बकरी मृत हालत में मिली। इस दौरान इस्माइल खां ने जंगली जानवर के पैरों के निशान देखे, वह आगे बढ़ा तो उसे झाड़ियों में छिप लेपर्ड दिखाई दिया, जिसने उस पर हमला कर दिया। हमले में वह भी घायल हो गया। इलाज के लिए उसे भारेवाला गांव के अस्पताल में भर्ती कराया। जिसके बाद ग्रामीणों ने लेपर्ड के होने की सूचना वन विभाग और पुलिस को दी।
बुलाई गई है रेस्क्यू टीम
भारेवाला के क्षेत्रीय वन अधिकारी लखतपसिंह ने बताया कि ग्रामीणों की ओर से सूचना देने पर पदचिह्नों की जांच की गई। लेपर्ड होने की पुष्टि होने पर जोधपुर से वन विभाग की टीम को बुलवाया गया है। टीम लेपर्ड को पकड़ने का प्रयास कर रही है।