Home मध्यप्रदेश विधानसभा घेराव को निकले युवा कांग्रेसी

विधानसभा घेराव को निकले युवा कांग्रेसी

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भोपाल

प्रदेश युवा कांग्रेस ने विभिन्न मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव को निकले।  इस दौरान पुलिस ने इन्हें प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के पास उन्हें रोक दिया। इस दौरान पुलिस और युवा कांग्रेस के नेताओं में जमकर झड़प भी हुई। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर हुई सभा में नेताओं ने सरकार पर जमकर आरोप लगाए। प्रदर्शन में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया सहित अन्य नेता शामिल हुए।

विधायक एवं प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। हरदा में हादसा सरकार की लापरवाही के कारण हुआ। जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और कई लोगों का इलाज चल रहा है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है। महिला अपराध कम नहीं हो रहे हैं। इसके बाद भी सरकार के मन में लोगों की बेहतरी के लिए काम करने की इच्छा नहीं है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा की नीति और नियम जन हितेषी काम करने की नहीं हैं। संकल्प पत्र में वादा किया लेकिन अब तक महिलाओं को तीन हजार रुपए नहीं दिए, गैस सिलंडर 450 रुपए में नहीं दिया जा रहा है। यह सरकार वादा खिलाफी कर रही है। इसलिए हम सभी को सरकार की वादा खिलाफी को लेकर आवाज बुलंद करना पड़ेगी।

सभी कांग्रेस विधायकों को दिया न्यौता
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कमलनाथ को राज्यसभा में भेजे जाने की अटकलो के बीच में मंगलवार को वे डिनर पार्टी दे रहे हैं। इस डिनर पार्टी का उन्होंने कांग्रेस के सभी विधायकों को न्यौता दिया है। साथ ही प्रदेश कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं को भी आमंत्रित किया है। इस डिनर पार्टी में राज्यसभा को लेकर भी रणनीति बनाए जाने की संभावना हैं। ऐसा माना जा रहा है कि कमलनाथ के अलावा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव, राहुल गांधी की कोर टीम में शामिल मीनाक्षी नटाराजन, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल के नाम भी चर्चा में हैं।

कांग्रेस आज शाम तक एक नाम घोषित कर देगी। ऐसा माना जा रहा है कि कुछ दिन पहले जब  कमलनाथ ने पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से  मुलाकात की थी, उसमें उन्होंने राज्यसभा में जाने की इच्छा जताई थी। हालांकि इसके बाद प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने सोनिया गांधी को मध्य प्रदेश से राज्यसभा में भेजे जाने के लिए पत्र लिखा। कमलनाथ ने भी इस तरह का पत्र सोनिया गांधी और एआईसीसी को लिखा है।