हल्द्वानी
हल्द्वानी में हिंसा क्यों हुई? फौरी तौर पर इसका जवाब दिया गया अवैध मदरसा और मस्जिद जैसे ढांचे पर बुलडोजर ऐक्शन की वजह से। लेकिन अब इसमें साजिश की बू आने लगी है। नैनीताल की डीएम वंदना सिंह के बाद अब राज्य के डीजीपी अभिनव कुमार ने भी साजिश की बात कही है। हल्द्वानी पहुंचकर प्रारंभिक पड़ताल के बाद डीजीपी ने कहा है कि जिस तरह से हमले को अंजाम दिया गया है उसके पीछे कोई साजिश है, जिसकी जांच की जा रही है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त ऐक्शन की बात कहते हुए एनएसए लगाने को कहा है।
सुबह मुख्य सचिव और एडीजी के साथ हल्द्वानी पहुंचे डीजीपी ने अधिकारियों से बातचीत की और हिंसाग्रस्त बनभूलपुरा भी गए। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'प्रशासन न्यायलय के आदेश पर अतिक्रमण हटाने गया था। जिस तरह वहां उग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला किया, पथराव किया। पेट्रोल बम फेंके, आगजनी की, अवैध हथियारों से फायर भी हुआ। उससे हम लोगों को स्पष्ट तौर पर यही लगा कि यह बड़े प्लांड तरीके से अंजाम दिया गया। वहां कर्फ्यू लगा हुआ है स्थिति फिलहाल समान्य है।'
डीजीपी ने कहा कि पहली प्राथमिकता है कि कर्फ्यू की पाबंदी हटाई जाए। यह पूछे जाने पर कि क्या यह सिर्फ मदरसा हटाने का रिएक्शन है या सुनियोजित साजिश है, डीजीपी ने कहा, 'जिस तरह से भीड़ एकत्रित हुई, जितनी तेजी से वे इकट्ठा हुए, जिस तरह की तैयारी थी। निश्चित तौर पर इसके पीछे कुछ प्लानिंग प्रतीत होती है, कुछ साजिश लगता है। इसकी हम जांच कर रहे हैं। दोषियों को चिह्नित करके कार्रवाई की जाएगी।'
डीजीपी ने कहा कि जिन लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और हमला किया, उनको चिह्नित करके सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और एनएसए के तहत केस दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू लगाने से स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है।
उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा, 'हम लोग पहले पूरी स्थिति को अच्छे से अध्ययन करेंगे और फिर उसके क्या लीगल बिंदु है वो देखेंगे। सरकार के खिलाफ कोई भी कार्रवाई होगी तो जो भी उसमें दोषी होंगे उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। हम स्थिति का पूरा अध्ययन करने के बाद मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी देंगे। दंगाइयों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।'