नई दिल्ली
पिछले 124 दिनों से इजरायल से जंग लड़ रहे हमास ने तीन चरणों वाले युद्धविराम का प्रस्ताव सौंपा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, हमास ने बुधवार को तीन चरण की युद्धविराम योजना का प्रस्ताव रखा है, जिससे गाजा में साढ़े चार महीने बाद बमबारी बंद हो सकती है। अगर इजरायल ने हमास के तीन चरणों वाले प्रस्ताव को माना तो अंततः युद्ध समाप्त हो सकता है। हमास ने यह प्रस्ताव पिछले सप्ताह क़तर और मिस्र के मध्यस्थों द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के जवाब में भेजा है।
हमास के जवाबी प्रस्ताव के अनुसार, पहले चरण के 45 दिनों के दौरान इजरायली जेलों में बंद सभी फिलीस्तीनी महिलाओं और बच्चों की रिहाई के बदले हमास सभी इजरायली महिला बंधकों, 19 वर्ष से कम उम्र के पुरुषों, बुजुर्गों और बीमारों को रिहा करेगा।
दूसरे चरण के दौरान शेष पुरुष बंधकों को मुक्त कर दिया जाएगा, और तीसरे चरण में लड़ाई में मारे गए लोगों के अवशेषों का आदान-प्रदान किया जाएगा। प्रस्तावों के मुताबिक, हमास ने उम्मीद जताई है कि सीजफायर के तीसरे चरण के अंत तक दोनों पक्ष युद्ध की समाप्ति से जुड़े एक समझौते पर पहुँच जाएंगे।
हमास ने युद्धविराम प्रस्ताव के एक परिशिष्ट में कहा है कि वह 1500 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई चाहता है, जिनमें से एक तिहाई को वह इजरायल द्वारा आजीवन कारावास की सजा पाने वालों की सूची से चुनना चाहता था। प्रस्ताव में कहा गया है कि संघर्ष विराम से गाजा पट्टी को भोजन और अन्य सहायता मिलने की रफ्तार तेज हो सकेगी।
इजरायल की तरफ से अभी तक हमास के युद्धविराम प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन गाजा में संघर्ष विराम के मुद्दे पर इजरायली नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास हमले के बाद से छिड़ी जंग के बीच एंटनी ब्लिंकन चार महीनों में पांचवीं बार मिडिल-ईस्ट के दौरे पर पहुंचे हैं। वह हमास-इजरायल के बीच सीजफायर के समझौते को मूर्त रूप देने की कार्ययोजना पर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिका फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना के साथ क्षेत्रीय शांति स्थापना पर भी जोर दे रहा है लेकिन इजरायल में तेजी से अलोकप्रिय होते जा रहे प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू फ़िलिस्तीनी राज्य के दर्जे का विरोध में हैं।