नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- "आज नव्य, दिव्य और भव्य अयोध्या को देखकर भी हर व्यक्ति अभिभूत है। ये कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिए था।" सीएम योगी ने कहा- हम मानते हैं कि मंदिर का विवाद न्यायालय में था लेकिन वहां की सड़कों का चौड़ीकरण किया जा सकता था, वहां के घाटों का पुनरुद्धार किया जा सकता था। अयोध्यावासियों के लिए बिजली की व्यवस्था की जा सकती थी, वहां स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा की जा सकती थी, वहां एयरपोर्ट बनाया जा सकता था। विकास के इन कार्यों को किन मंशा के साथ रोका गया था?
सीएम योगी ने विपक्ष से किया सवाल
सीएम योगी ने विपक्ष से सवाल करते हुए कहा- 'कौन सी मंशा थी कि अयोध्या का विकास ही अवरुद्ध कर दो, काशी-वृंदावन का विकास ही अवरुद्ध कर दो, मथुरा का विकास अवरुद्ध कर दो? मुख्यमंत्री ने कहा- 'ये तो मुद्दा नियत का है। हमारी आस्था थी और नीति भी साफ थी और नियत भी स्पष्ट थी। हमने बिना रुके, बिना झुके और बिना ढिगे काम किया है। यदि हम लोग अयोध्या और काशी गया हूं तो नोएडा और बिजनौर भी गया हूं।'
सीएम योगी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा- अयोध्या को इसलिए अभिशिप्त कर दिया गया था कि वोटबैंक कट जाएगा और नोएडा व बिजनौर इसलिए नहीं जाते थे कि लोग वहां से जाने पर कुर्सी से उतर जाएंगे।"