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केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा- एक और घोटाला सामने आ गया

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नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को कहा कि जहां सीएम दिल्ली शराब घोटाले पर ईडी के समन का जवाब देने से बच रहे हैं, वहीं एक और मामला सामने आ गया है और वह घोटाला निकला दिल्ली जल बोर्ड घोटाला।

एक और घोटाला सामने आ गया
लेखी ने कहा कि दिल्ली के शासन मॉडल को वेंटिलेटर पर रखा गया है। उन्होंने कहा, "दिल्ली के शासन मॉडल को वेंटीलेटर पर रखा गया है। दिल्ली की आबकारी नीति सबसे बड़ा घोटाला है जिसके बारे में कोई सोच सकता है। लेकिन जब मुख्यमंत्री दिल्ली शराब घोटाले पर ईडी के समन का जवाब देने से बच रहे हैं तो एक और घोटाला सामने आ गया और वह घोटाला हुआ। यह दिल्ली जल बोर्ड घोटाला है।" मीनाक्षी लेखी ने कहा "और कल दिल्ली उच्च न्यायालय ने पाया कि न्यायाधीशों के समक्ष अदालत में एक झूठा हलफनामा दायर किया गया है। झूठे हलफनामे में खरीद प्रक्रियाओं के संबंध में कुछ टिप्पणियां हैं। ऑडिट रिपोर्ट कहां है उन्होंने पाया कि केंद्रीय खरीद प्रक्रियाएं कानून का उल्लंघन करती हैं और जो दवाएं खरीदी जाती हैं वे घटिया हैं और उन नियमों के अनुरूप भी नहीं हैं जिनका पालन करने की आवश्यकता है।"

उन्होंने आगे कहा, "दिल्ली सरकार को केवल प्रचार की चिंता है। वे किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहने के भूखे हैं। वे भ्रष्टाचार के भूखे और लालची हैं।" मीनाक्षी लेखी ने ईडी के समन का जवाब नहीं देने पर दिल्ली के सीएम पर भी निशाना साधते कहा, "आतिशी बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं लेकिन यह नहीं बता रही हैं कि अरविंद केजरीवाल ईडी के सामने कब जाएंगे। स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं और अस्पतालों में डॉक्टर नहीं हैं। जो लोग कट्टर ईमानदार थे वे आज कट्टर बेईमानी का सबूत दे रहे हैं।"
 
स्वास्थ्य व्यवस्था को कमजोर करने का भी आरोप लगाया
केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली की आप सरकार पर शहर में स्वास्थ्य व्यवस्था को कमजोर करने का भी आरोप लगाया। लेखी, "अगर हम स्वास्थ्य की बात करें तो उन्होंने 30,000 बेड बनाने का वादा किया था, यह सब झूठ निकला। वादा किया गया था कि 900 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे, लेकिन कई केंद्र बंद हो गए हैं और यह संख्या 200-300 है।" केंद्र की केंद्रीकृत खरीद योजना, जिसमें पारदर्शिता की बात की गई थी, उसमें भी सबसे बड़ा घोटाला पाया गया है। स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के लिए बजटीय आवंटन में भी समस्या है। आज कई AAP के लोगों के घरों पर छापेमारी चल रही है। कंपनी के निजी सचिव वैभव कुमार इस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल हैं।''