पटना.
नई पीढ़ी की वह लड़की परिवार वालों से गुस्से में थी। गुस्सा दिखाने और परिवार वालों को सबक सिखाने के लिए वह नोएडा से निकल गुजरात चली गई। परिवार उसका साथ छोड़ने के लिए तैयार नहीं था। बचने के लिए दमन तक गई। फिर क्या दिमाग में सूझा कि लौटते हुए बिहार के लिए खुली हमसफर ट्रेन में आ गई। इसी यात्रा में उसे एक कथित सोशल मीडिया जर्नलिस्ट मिला।
उसने झांसे में ऐसा लिया कि बड़े पद का नियुक्ति पत्र देखकर वह खुश हो गई। फिर भरोसे में उसने युवक को अपना आधार कार्ड दे दिया। यहां से असल खेल शुरू हुआ। आधार में छेड़छाड़ कर उसने खुद को युवती का पति दर्ज किया और होटल में नशा खिलाकर उससे रेप करता रहा। नेपाल से बिहार तक यह चला। अब बेचने की तैयारी थी कि तभी उत्तर प्रदेश की पुलिस पहुंच गई।
सोशल मीडिया जर्नलिस्ट समेत तीन पर केस
पश्चिम चंपारण के बेतिया में जब इस मामले का खुलासा हुआ लोग दंग रह गए। हालांकि, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। साथ महिला थाना की मदद से एक होटल से युवती को सकुशल बरामद कर लिया गया है। सडीपीओ महताब आलम ने बताया कि पीड़ित युवती की शिकायत पर पूर्वी चंपारण के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के भरवलिया सारंगी छाप मिश्राईन टोला वार्ड नंबर 5 निवासी सोशल मीडिया जर्नलिस्ट त्रिभुवन मिश्रा, बेतिया के कमलनाथ नगर वार्ड नंबर 13 निवासी दो सगे भाई चंदन कुमार द्विवेदी व अभिषेक द्विवेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जानिए, पूरी कहानी पीड़ित युवती की जुबानी
पीड़ित युवती ने महिला थाना बयान देते हुए कहा कि मैं अपने परिजनों से नाराज होकर 9 जनवरी को अपने घर से निकल गई। इसी दौरान पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंची। वहां पर खड़ी एक ट्रेन में बैठकरजोधपुर पहुंच गई। जोधपुर से सूरत, गुजरात और फिर सूरत से वापस दमन पहुंची। मेरी खोज के लिए घर वाले पीछे पड़े थे, घर वालों को चकमा देने के लिए मैं पटना आने वाली हमसफर ट्रेन में सवार हो गई। इसी ट्रेन में मेरी मुलाकात त्रिभुवन मिश्रा से हो गई। त्रिभुवन ने खुद को सोशल मीडिया जर्नलिस्ट बताया। उसने मुझे अपने मित्र कृतार्थ वैष्णव से मिलाया। दोनों ने मुझे बड़े पद नौकरी का झांसा दिया। इसके बाद त्रिभुवन मुझे लेकर नेपाल चला गया। वहां एक होटल में उसने मुझे दो दिन तक रखा। फिर 19 जनवरी को नेपाल से मुझे बेतिया ले आया और एक होटल में रखा। साथ ही उसने मेरे लिए एक फर्जी आधार कार्ड बनवाया। इसमें उसने मेरे नाम के साथ उसने अपना नाम जुड़वाया। कार्ड में उसने मेरे पति के रूप में अपना नाम लिखवाया। इतना ही नहीं फर्जी आई कार्ड बनवाकर मुझे न्यूज एडिटर के रूप में एक युवक ने ज्वाइन कराया।
नींद की गोली खिलाकर संबंध बनाता रहा
युवती ने बताया कि उसने मुझे कई दिनों तक होटल में रखा। वहां नींद की गोली खिलाकर रोज शारीरिक संबंध बनाता रहा। इतना ही नहीं वह मुझे बेचने की साजिश भी रच रहा था। युवती ने बताया कि त्रिभुवन ने मुझे चंदन द्विवेदी और अभिषेक द्विवेदी से मिलवाया था। दोनों अपने को जर्नलिस्ट बताते थे। दोनों मुझे गंदी नजर से देखते थे और गलत नीयत से मुझे छुने का प्रयास करते थे। इसी बीच नोएडा पुलिस मुझे खोजते हुए यहां पहुंच गई। जिस कारण मेरी जान बची। बता दें युवती के घर से गायब होने के बाद उसके परिजनों ने नोएडा थाना में सहना दर्ज कराया था। इसलिए नोएडा पुलिस उसे खोजते हुए बेतिया पहुंच गई। नोएडा पुलिस ने बेतिया महिला पुलिस के सहयोग से बेतिया के एक होटल से बरामद कर लिया है।