मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान और परिवार के सदस्यों के साथ आज महानवमी पर मुख्यमंत्री निवास में कन्या-पूजन और कन्या भोज की परंपरा का निर्वाह किया। इसके पूर्व उन्होंने हवन में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान और श्रीमती साधना सिंह ने आमंत्रित बेटियों के पाँव पखारे और उनकी सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही कन्याओं को उपहार भी दिए।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समस्त प्रदेशवासियों को विजयादशमी पर्व पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि असत्य पर सत्य, बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक दशहरे पर्व पर अनेक शुभ कार्यों का आरंभ किया जाता है। हर्ष और उल्लास के साथ त्यौहार मनाने में नागरिकों की रूचि दिखाई दे रही है। कोविड के दो वर्ष त्यौहार के उत्साह में कमी का कारण बन गए थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अनेक स्थान पर रावण दहन के कार्यक्रम हैं। भगवान श्रीराम की विजय की प्रसन्नता और असुरों के पतन का संदेश देने वाला यह त्यौहार काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य आदि के परित्याग की प्रेरणा भी देता है।