पटना.
भाजपा पर कथित तौर पर दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार को गिराने के लिए 'आप' विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश के आरोप लगाने के बाद अरविंद केजरीवाल और आतिशी खुद ही घिरते नजर आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 'आप' नेताओं से दावों के सबूत देने को कहा है। हालांकि, मुश्किल वक्त में 'आप' को लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी का साथ मिला है।
भाजपा पर 'आप' विधायकों को खरीदने की कोशिश करने के आरोप के संबंध में दिल्ली क्राइम ब्रांच द्वारा 'आप' नेता अरविंद केजरीवाल और आतिशी को नोटिस भेजे जाने पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने भाजपा पर तंज कसा है।
आरजेडी सांसद ने कहा, ''मैं बार-बार इस पर आपत्ति जताता रहा हूं। ये ईडी नहीं है, ये सब नरेंद्र मोदी और अमित शाह कर रहे हैं। आप एक भी ऐसे राज्य का नाम नहीं बता सकते, जहां विपक्ष मजबूत हो और उस पर ईडी, सीबीआई या आईटी ने हमला न किया हो… जहां वे (भाजपा) कमजोर हैं, वहां ईडी मजबूत है, और उनकी ओर से कार्रवाई करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।''
क्राइम ब्रांच को घर पर नहीं मिलीं आतिशी
बता दें कि, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम भाजपा द्वारा 'आप' के विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रयास के आरोपों के संबंध में रविवार को नोटिस देने दिल्ली की मंत्री आतिशी के आवास पर पहुंची थी। हालांकि, क्राइम ब्रांच को आतिशी अपने आवास पर नहीं मिलीं। बहरहाल, मंत्री ने अपने कार्यालय के कर्मचारियों को नोटिस रिसीव करने का निर्देश दिया था। क्राइम ब्रांच की टीम करीब आधे घंटे बाद वहां से निकल गई। भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''टीम आतिशी को नोटिस देने फिर जाएगी। वह आज सुबह अपने घर में मौजूद नहीं थीं।'' इससे एक दिन पहले क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नोटिस देकर उनसे भाजपा की तरफ से 'आप' के सात विधायकों को खरीदने की कोशिश संबंधी उनके दावों की जांच में तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा था। केजरीवाल और आतिशी का आज रोहिणी में दो स्कूलों की नींव रखने का कार्यक्रम है।
केजरीवाल और आतिशी ने 27 जनवरी को दावा किया था कि भाजपा, 'आप' सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ दल के विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये और अगले साल के विधानसभा चुनाव में टिकट की पेशकश कर उन्हें खरीदने का प्रयास कर रही है। भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें झूठा और निराधार' बताया था और मुख्यमंत्री को उनके दावों के समर्थन में सबूत पेश करने की चुनौती दी थी।