नई दिल्ली
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया है। इस बजट में लखपति दीदी योजना के लिए भी एक बड़ा ऐलान हुआ है। वित्त मंत्री ने कहा कि लखपति दीदी योजना को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके तहत 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का निर्णय लिया गया है। मतलब एक करोड़ अतिरिक्त लखपति दीदी बनाने की योजना है।
क्या है योजना
दरअसल, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं को एक लाख रुपये या उससे अधिक वार्षिक आय की कैटेगरी में ले जाने के लक्ष्य के साथ सरकार ने लखपति दीदी योजना की शुरुआत की थी। इसमें महिलाओं को स्मॉल लोन दिए जाते हैं। वहीं, महिलाओं को डिजिटल बैंकिंग सेवाओं समेत अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
पीएम मोदी ने किया था जिक्र
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2023 को लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस संबोधन के दौरान लखपति दीदी योजना का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था- आज 10 करोड़ ग्रामीण महिलाएं स्व-सहायता समूहों का हिस्सा हैं। जब आप गांव में जाएंगे, तो आपको 'बैंकवालीदीदी', 'आंगनवाड़ीदीदी' और 'दवाईवालीदीदी' मिलेंगी। यह मेरा सपना है कि गांवों में दो करोड़ लखपतिदीदी बने।
कौशल भारत मिशन की डिटेल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि कौशल भारत मिशन के तहत 1.4 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें कुशल बनाया गया। यह मिशन अल्पकालिक और दीर्घकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से कौशल, पुन: कौशल विकास और कौशल विकास पर केंद्रित है। मिशन के तहत, सरकार 20 से अधिक केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों के माध्यम से देश भर में विभिन्न कौशल विकास योजनाएं लागू कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि व्यापक आर्थिक स्थिरता है और देश की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है।