नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए रविवार 28 जनवरी का दिन भुलाने वाला रहा। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारत की टीम को इंग्लैंड के हाथों पहले टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा। ये हार भले ही 28 रनों की थी, लेकिन शर्मनाक ज्यादा थी, क्योंकि टीम इंडिया को कभी भी उस टेस्ट मैच में हार नहीं मिली थी, जिसमें टीम ने पहली पारी के आधार पर 100 से ज्यादा रनों की बढ़त हासिल की हो। ऐसा पहली बार भारतीय टीम के साथ हुआ है।
इंग्लैंड ने इस टेस्ट मैच की पहली पारी में 246 रन बनाए थे और भारत ने जवाब में 436 रन बनाए थे। भारत को 190 रनों की बढ़त मिली थी, लेकिन इसके बाद इंग्लैंड ने 420 रन बनाकर भारत को 231 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे हासिल करने में भारत 28 रन पीछे रह गया। भारत की टीम 202 रन बनाकर ढेर हो गई। टीम इंडिया ने अब तक घर पर खेले टेस्ट मैचों में 70 बार 100 से ज्यादा रनों की बढ़त हासिल की थी, लेकिन एक भी मैच नहीं गंवाया था।
टीम इंडिया ने पहली पारी में 100 से ज्यादा रनों की बढ़त हासिल 70 बार की, जिसमें से 35 बार टीम को जीत मिली, जबकि पहली बार भारत की टीम को हार का सामना करना पड़ा है। इतना ही नहीं, भारतीय टीम लगातार तीन मैचों में पहली बार 12 साल के बाद एक भी जीत हासिल नहीं कर पाई है। इससे पहले भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें से एक मैच गंवाया था और एक मैच ड्रॉ रहा था।
इतना ही नहीं एक कप्तान के तौर पर होम टेस्ट मैचों में रोहित शर्मा के लिए ये खराब रिकॉर्ड है। वे अब तक 7 मैचों में भारत में कप्तानी करने उतरे हैं और टीम को दो मैचों में हार झेलनी पड़ी है, जबकि विराट कोहली ने अपने करियर में 31 टेस्ट मैचों में भारतीय सरजमीं पर कप्तानी की, लेकिन सिर्फ दो ही मुकाबले गंवाए थे। वहीं, रोहित शर्मा अपने छोटे से करियर में ही दो टेस्ट मैच हार गए हैं। ये अपने आप में शर्मनाक रिकॉर्ड है।