पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को रविवार सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। उनके इस्तीफा देने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने कहा, "नीतीश कुमार को मैं धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उनकी जो भी मजबूरी रही लेकिन बिहार पेशोपेश में था, डेढ़ साल में बिहार में जंगलराज 2 की स्थिति आ गई थी। अगर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की ताजपोशी हो जाती तो बड़ी कठिनाई होती… भाजपा जंगलराज नहीं आने देगी…"
शाम तक नई सरकार के गठन की संभावना
बता दें कि राज्यपाल ने नीतीश कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और नई सरकार के गठन तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा। नीतीश कुमार जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के वरिष्ठ मंत्री बिजेंद्र यादव के साथ राजभवन गए थे। नीतीश ने अपने आधिकारिक आवास पर पार्टी विधायकों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद इस्तीफा दिया है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से शाम तक नई सरकार के गठन की संभावना है। नीतीश कुमार 9वीं बार बिहार के सीएम बनेंगे।
सबकी राय से दिया इस्तीफा: नीतीश कुमार
नीतीश कुमार के इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने उनको फोन कर बधाई दी है। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपे अपने इस्तीफे में कहा कि हमने महागठबंधन से नाता तोड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने इस्तीफे के बाद कहा , "….यह स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था…मैं सभी से राय ले रहा था। मैंने उन सभी की बात सुनी। आज हमने इस्तीफा दे दिया और सरकार को समाप्त कर दिया है…"
विपक्षी गठबंधन को लगा बड़ा झटका
गौरतलब हो कि अगस्त 2022 में भाजपा से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार लालू प्रसाद की पार्टी राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल हो गए थे। उस वक्त नीतीश ने भाजपा पर जद(यू) में विभाजन की कोशिश करने का आरोप लगाया था। नीतीश कुमार ने भाजपा को केंद्र में सत्ता से उखाड फेंकने के लिए देश भर में सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने का अभियान शुरू किया जिसकी परिणति विपक्षी गठबंधन ‘‘इंडिया'' के गठन के रूप में हुई। वहीं अब नीतीश के राजग में लौटने के फैसले से विपक्षी गठबंधन को भी बड़ा झटका लगा है।